पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, कहा- ब्राह्मण, क्षत्रिय व शूद्र का DNA एक

punjabkesari.in Saturday, Sep 16, 2023 - 05:17 PM (IST)

कानपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने वर्ण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि देश में ब्राह्मण, क्षत्रिय व शूद्र का डीएनए एक है। विवाद सिर्फ वर्ण और जातिवाद का है। इसे खत्म करने के लिए पूरे देश में संस्कृत की शिक्षा अनिवार्य होनी चाहिए। रामायण को कोर्स में शामिल किया जाना चाहिए, तभी देश में एकता को बढ़ावा मिलेगा। सीएम योगी से इस काम की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक इसकी पहल नहीं हुई है। डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को मर्चेंट चैंबर सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में ये बात कही।

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हमारा सबसे अधिक नुकसान अंग्रेजों ने किया
सनातन मंदिर चेतना सोसाइटी के समारोह में डॉ. स्वामी को जन्मदिन पर सनातन धर्म रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश पर लंबे समय तक बाहर से आए लोगों ने राज किया। उन्होंने अपनी मानसिकता भी हमारे ऊपर थोपी। सबसे अधिक नुकसान अंग्रेजों ने किया। मानसिक रूप से कमजोर बनाने के साथ अंग्रेजी भाषा थोपी। आज भी हमारे दिमाग में यही है कि अंग्रेजी पढ़ेंगे तो अच्छी नौकरी मिलेगी। इस मानसिकता से बाहर निकलना है। उन्हें नहीं लगता कि स्कूलों में रामायण और संस्कृत को अनिवार्य करने से किसी को कोई समस्या होनी चाहिए। यदि किसी को समस्या है भी तो वह कक्षा के बाहर बैठ सकता है। लोगों को समझना चाहिए कि संस्कृत सबसे उन्नत भाषा है। प्रभु राम का जीवन हमें बहुत कुछ सिखाता है।

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हमें भरोसा था कि प्रभु राम ने अयोध्या में ही जन्म लियाः स्वामी
डॉ. स्वामी ने कहा कि हमें भरोसा था कि प्रभु राम ने अयोध्या में ही जन्म लिया है। इसी भरोसे के कारण वहां प्रभु के मंदिर का निर्माण हो रहा है। काशी और मथुरा का विवाद भी हम अपने इसी भरोसे के साथ जीतेंगे।


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Content Writer

Ajay kumar

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