त्योहारों पर भड़काऊ नारे न लगाएं, हथियार न लहराएं...कांवड़ यात्रा मार्ग पर नहीं होगी मांस की बिक्रीः सीएम योगी

punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 09:04 AM (IST)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, सौहार्दपूर्ण वातावरण और जनसुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में राज्यभर के सभी पुलिस आयुक्तों, संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ व्यापक चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी धार्मिक आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव के साथ आयोजित किए जाएं तथा प्रशासनिक तंत्र पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ काम करे।

सीएम ने दिए ये निर्देश 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 11 जुलाई से नौ अगस्त तक पवित्र श्रावण मास रहेगा, जिसके दौरान कांवड़ यात्रा, श्रावण शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन जैसे पर्व मनाए जाएंगे और इसी अवधि में 27 जून से आठ जुलाई तक जगन्नाथ रथ यात्रा तथा 27 जून से छह-सात जुलाई तक मुहर्रम के आयोजन संभावित हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया, ‘‘यह अवधि प्रदेश की कानून-व्यवस्था, चिकित्सा, स्वच्छता, शिक्षा और आपदा प्रबंधन के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील है। अतः सभी संबंधित विभाग और जिला प्रशासन समन्वय के साथ जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें।'' 

मांस की बिक्री को लेकर योगी के निर्देश 
श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए, ‘‘कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की बिक्री न हो। यात्रा मार्गों की स्वच्छता, रोशनी, पेयजल, शौचालय एवं प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जर्जर बिजली के खंभे और लटकते तारों की मरम्मत तत्काल पूर्ण हो। शिविर लगाने वाली संस्थाओं का सत्यापन कर उनके सहयोग से जनसुविधा केंद्र संचालित किए जाएं।'' मुख्यमंत्री ने तय कीमत से अधिक पर खाद बेचने के संबंध में प्राप्त शिकायतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संबंधित जिलाधिकारी औचक निरीक्षण करें और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें।

'अंतरराज्यीय समन्वय निरंतर बना रहना चाहिए'
कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण और गरिमामय आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा आस्था, अनुशासन और उल्लास का प्रतीक है। उत्तराखंड सीमा से सटे जनपदों सहित गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी और बस्ती जैसे जिले विशेष सतर्कता बरतें। अंतरराज्यीय समन्वय निरंतर बना रहना चाहिए।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यात्रा मार्ग पर डीजे, ढोल-ताशा और संगीत की ध्वनि निर्धारित मानकों के अनुरूप ही होनी चाहिए। कानफोड़ू आवाज, भड़काऊ नारे, और परंपरा से इतर रूट परिवर्तन किसी दशा में स्वीकार्य नहीं होंगे।'' उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी शोभायात्रा के लिए पेड़ काटना, झुग्गियां हटाना या गरीबों का आश्रय उजाड़ना कदापि स्वीकार्य नहीं होगा। 
 


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Content Editor

Pooja Gill

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