यूपी के मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों की हड़ताल जारी, ओपीडी समेत अन्य सेवाएं आठवें दिन भी रही बाधित

punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2024 - 08:08 PM (IST)

 लखनऊ: कोलकाता के अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर तमाम ‘जूनियर डॉक्टर' के काम छोड़कर विरोध जारी रखने से उत्तर प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सोमवार को आठवें दिन भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। उप्र रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हरदीप जोगी ने सोमवार को कहा,‘‘जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी रही। आज भी प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी और अन्य सेवाएं बाधित रहीं।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज रक्षाबंधन के दिन हम जूनियर डॉक्टर ने ‘काला रक्षा बंधन' मनाया।'' डॉ. जोगी ने कहा कि वह उप्र शासन को भी मेडिकल कॉलेजों में काम करने वाले जूनियर डॉक्टर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये पत्र भी लिख रहे हैं।

राजधानी लखनऊ में इस हड़ताल का असर ‘किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी' (केजीएमयू) के साथ-साथ संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान समेत अन्य अस्पतालों में भी दिख रहा है। उल्लेखनीय हैं कि पिछले सप्ताह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ड्यूटी के दौरान परास्नातक प्रशिक्षु (पीजीटी) महिला चिकित्सक से कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई थी।

स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव नौ अगस्त को अस्पताल के संगोष्ठी कक्ष के अंदर मिला था। अपराध में कथित संलिप्तता के लिए अगले दिन एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था। जूनियर डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, कड़ी सजा दी जाए और पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को मामले की जांच कोलकाता पुलिस से लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का आदेश दिया था। सीबीआई ने 14 अगस्त से अपनी जांच शुरू की। 


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Ramkesh

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