'मौत का सच छुपाने का पाप न करें'.... शवों को सम्मान के साथ घर पहुंचाए सरकार-  दिल्ली हादसे पर अखिलेश का रिएक्शन

punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2025 - 03:52 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार मौत के आंकड़े को न छुपाए बल्कि सम्मान के साथ शवों को उनके घर पहुंचाने का कार्य करे।  अखिलेश यादव ने एक्‍स पर एक वीड‍ियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है।

भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे
उन्होंने लिखा- ''दिल्ली में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदयविदारक है। सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवार वालों की तरह सोचना होगा जिसने अपने मां-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोए हैं। उन्होंने कहा कि ''सरकार से अनुरोध है कि मृतकों के शवों को सम्मान क साथ उनके परिजनों तक पहुंचने का ईमानदारी से इंतजाम किया जाए। घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए।'' पार्टी पर तंज कसते हुए ये भी लिखा क‍ि ''भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे।''

भगदड़ में 18 लोगों की मौत 
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई जब कुछ यात्री ‘फुटओवर ब्रिज' से उतरते समय फिसलकर अन्य लोगों पर गिर गए। प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर प्रयागराज (जहां महाकुंभ का आयोजन किया गया है) जाने वाली ट्रेन पर सवार होने के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई। अस्पताल और पुलिस सूत्रों ने बताया कि 18 लोगों की मौत हुई है। उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या 14 पर खड़ी थी और नयी दिल्ली-जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या 15 पर खड़ी थी। उन्होंने भगदड़ का कारण बताते हुए कहा, ‘‘कुछ लोग ‘फुटओवर ब्रिज' से प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 की ओर सीढ़ियों से उतर रहे थे तभी वे फिसलकर अन्य लोगों पर गिर गए।''

रेलवे ने घटना की जांच के दिए आदेश 
सूत्रों ने बताया कि रेलगाड़ियों के विलंब से चलने तथा हर घंटे 1,500 ‘जनरल' (सामान्य) टिकट की बिक्री के कारण नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई। अन्य आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्लेटफॉर्म में बदलाव के बारे में संभवत: गलत घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हुई, जिसके कारण भगदड़ मची। रेलवे ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की घटना की जांच के लिए गठित समिति के दो सदस्यों के नाम घोषित किए हैं।

 मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की मदद का ऐलान 
उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक नरसिंह देव और उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पंकज गंगवार समिति के सदस्य हैं। समिति ने जांच शुरू कर दी है और नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन की सभी वीडियो फुटेज जुटाने के आदेश दिए हैं। रेलवे ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये अनुग्रह राशि के तौर पर देने की घोषणा की। इसने कहा कि गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे।घटना रात करीब नौ बजकर 55 मिनट पर हुई । पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने आधिकारिक बयान में बताया कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या 14 पर खड़ी थी तब वहां पहले से ही लोगों की भारी भीड़ थी। अधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थीं और इन ट्रेन के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे। 

प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा पर भगदड़ की आशंका 
सूत्रों ने बताया कि स्थिति तब और खराब हो गई जब आखिरी समय में प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि यात्री घबराहट में प्लेटफॉर्म संख्या 16 की ओर भागे, जहां एक ‘एस्केलेटर' जानलेवा बिंदु बन गया। सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि उसे काबू नहीं किया जा सका। सूत्रों ने बताया कि कुछ यात्रियों ने भागने के लिए ‘रेलिंग' पर चढ़ने की कोशिश की, जबकि कुछ अन्य लोग पैरों तले कुचले गए। जब अराजकता कम हुई, तब तक 18 लोग अपनी जान गंवा चुके थे। मृतकों में पांच बच्चे भी शामिल हैं जिनमें से दो की आयु 10 साल से कम थी। लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में शोक संतप्त परिवार अपने प्रियजनों की पहचान करने के लिए पहुंचे।


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Content Writer

Ramkesh

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