डा. वंदना हत्याकांडः पिता के घर से जो संदूक लाई, उसी को बना दिया ताबूत
punjabkesari.in Wednesday, Dec 14, 2022 - 09:50 PM (IST)

लखीमपुर-खीरीः डीएम गोंडा के ओएसडी की बेटी डॉक्टर वंदना की सनसनीखेज हत्या ने सभी को चौंका दिया है। वंदना को क्या पता था कि विदाई के समय पिता ने जो बक्सा उसे दहेज में दिया वही एक दिन उसका ताबूत बनेगा। हत्यारोपी पति डॉ. अभिषेक हत्या करने के बाद वंदना का शव उसी बक्से में रखकर अपने निजी अस्पताल तक ले गया था और कमरे में छुपाकर रख दिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बक्सा बरामद कर दोनों आरोपियों का चालान भेजा है।
पति-पत्नी ने खोला था अपना निजी अस्पताल
डीएम गोंडा के एसओडी शिवराज शुक्ला की बेटी वंदना (28) बीएएमएस थी। उसकी शादी फरवरी 2014 में लखीमपुर शहर के मोहल्ला बहादुर नगर निवासी सेवानिवृत गन्ना निरीक्षक गौरीशंकर अवस्थी के पुत्र डॉ अभिषेक अवस्थी से हुई थी। डॉ अभिषेक ने सीतापुर हाईवे पर गांव वाजपेई के निकट गौरी अस्पताल के नाम से अपना निजी अस्पताल खोला था, जिसमें दोनों प्रैक्टिस करते थे।
एएसपी ने किया बड़ा खुलासा
एएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मार्च 2018 में डॉ. आशुतोष छत से गिर गया था जिससे उसकी पीठ की नस दब गयी थी। वर्ष 2020 में टेस्ट ट्यूब बेबी से डॉ. वंदना को जुड़वां कृष्णा व आराध्या हुए थे। तभी से पति-पत्नी में विवाद रहने लगा था। 26 नवंबर की शाम पांच बजे भी पति-पत्नी में विवाद हुआ। इस दौरान हुई मारपीट में सिर पर गंभीर चोट आने के बाद वंदना की मौत हो गई। मौत से सभी घबरा गए। शादी के समय दहेज में जो बड़ा बक्सा मिला था। उसी बक्से में डॉ. अभिषेक ने अपने पिता गौरी शंकर अवस्थी के साथ मिलकर शव रख दिया। अगले दिन सुबह करीब पांच बजे डॉ. अभिषेक रेलवे स्टेशन के पास पहुंचा और बहादुर नगर से घर का कुछ सामान अपने निजी अस्पताल ले जाने की बात कहकर एक लोडर व दो मजदूर लिए। इसी लोडर पर बक्सा और कुछ अन्य सामान रख दिया और अपने हॉस्पिटल ले गया, जहां दोनों ने शव को बक्से सहित हॉस्पिटल के बेसमेंट में रख दिया था।
कमरे में रखा बक्सा बरामद
पुलिस मंगलवार को आरोपी ससुर गौरी शंकर अवस्थी को लेकर उसके निजी अस्पताल पहुंची और कमरे में रखे बक्से को बरामद कर कब्जे में ले लिया। हत्यारोपी मृतका के ससुर ने बताया कि बरामद बक्सा विदाई के समय मृतक वंदना के पिता ने दहेज में दिया था।