BSP के "यंग एंग्रीमैन" आकाश आनंद की चुनावी रैलियां रद्द, क्या भाजपा पर हमले का भुगतना पड़ा खामियाजा?

punjabkesari.in Sunday, May 05, 2024 - 05:42 PM (IST)

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के समर्थकों को बड़ा झटका लगा है। बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की प्रस्तावित आगामी चुनावी रैलियां बिना कारण बताए रद्द हो गई हैं।  रैलियां रद्द होते ही आकाश आनंद चुनावी अभियान को छोड़कर दिल्ली चले गए हैं। पार्टी के लोगों का कहना है कि मुकदमा दर्ज होने से आहत थे, इसी कारण वो चुनाव प्रचार से पीछे हट गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने शनिवार को बताया कि आकाश आनंद के अन्य प्रांतों में भी चुनावी कार्यक्रम प्रस्तावित हैं,साथ ही कई अन्य जिम्मेदारी भी हैं,जिन्हें 
पूरा करने के लिए दिल्ली गए हैं। मालूम हो कि प्रदेश में बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है। 

आकाश पर आचार संहिता के उल्लंघन मामले में एफआईआर दर्ज
मालुम हो कि बीते दिनों सीतापुर में आयोजित एक चुनावी जनसभा में आकाश आनंद ने बीजेपी सरकार की तुलना तालिबान सरकार से की थी। साथ ही बीजेपी को आतंकवादियों की सरकार बताया था। इसी मामले में आकाश समेत पार्टी के कई नेताओं पर आचार संहिता के उल्लंघन की एफआईआर दर्ज हुई थी। आकाश उसी दिन रात में दिल्ली लौट गए और तब से वो चुनाव प्रचार में नहीं लौटे है। आकाश आनंद की रैलियां भले ही बिना कारण बताए रद्द की गई हों लेकिन बसपा समर्थक इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनके मुताबिक बीजेपी के खिलाफ बोलने की सजा आकाश आनंद को मिली है। 

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भाजपा चोरों की पार्टी हैः आकाश आनंद
बता दें कि बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद ने 28 अप्रेल को सीतापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार की तुलना कथित रूप से तालिबान से की थी। उन्होंने कहा, "यह उत्तर प्रदेश सरकार बुलडोजर सरकार और देशद्रोहियों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और अपने बुजुर्गों को गुलाम बनाती है,वह आतंकवादी सरकार है। अफगानिस्तान में तालिबान ऐसी सरकार चलाता है।" उत्तर प्रदेश अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आनंद ने आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है। आनंद ने रैली में कहा कि भाजपा चोरों की पार्टी है, जिसने चुनावी बांड के जरिए 16,000 करोड़ रुपये हड़प लिए।

'रैली में हिंसा भड़काने वाले भाषण देना आचार संहिता का उल्लंघन है'
इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आनंद, पार्टी उम्मीदवार महेंद्र यादव, श्याम अवस्थी, अक्षय कालरा और रैली के आयोजक विकास राजवंशी के खिलाफ धाराओं 171 सी (चुनावों पर अनुचित प्रभाव), 153 बी (राष्ट्रीय-एकीकरण के लिए हानिकारक आरोप, दावे), 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (चुनाव के सिलसिले में वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि रैली के दौरान हिंसा भड़काने और असंसदीय भाषा वाले भाषण दिए गए और यह आचार संहिता का उल्लंघन है, इसलिए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीतापुर में 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मतदान होगा। गौरतलब है कि 28 वर्षीय आनंद जिन्हें पिछले दिसंबर में मायावती ने उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश आनंद 2017 से राजनीति में सक्रिय हैं। 


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Content Writer

Ajay kumar

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