एनकाउंटर पर सियासत: अखिलेश बोल- अधिकारियों ने एक ब्राह्मण मां-बेटी पर बुलडोजर चलाया उन्हें क्यों नहीं मिट्टी में मिलाया?

punjabkesari.in Friday, Apr 14, 2023 - 02:32 PM (IST)

इंदौर/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। इसे लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है।  इंदौर दौरे पर पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पहले दिन से BJP चुनाव को देखते हुए एनकाउंटर कर रही है। अखिलेश ने कहा कि मैं BJP से पूछना चाहता हूं कि जिन अधिकारियों ने एक ब्राह्मण मां-बेटी पर बुलडोजर चलाया उन्हें क्यों नहीं मिट्टी में मिलाया?...क्या आज का भारत यह है कि कमजोर की जान ले लें? क्या संविधान में जो अधिकार है वो नहीं मिलेंगे?

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बता दें कि बृहस्पतिवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। विशेष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार ने कहा, “प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश थे। दोनों की झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई।” कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में शामिल उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु और विमल ने किया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ उसी दिन हुई, जिस दिन गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज ले जाए गए अतीक और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया।

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एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम फरार थे। दोनों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की कई टीमों को लगाया गया था। अधिकारियों के अनुसार, झांसी में बृहस्पतिवार को एसटीएफ की एक टीम ने जब मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश कर रहे असद और गुलाम को रोका, तो दोनों ने एसटीएफ टीम पर गोलियां चलाईं। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम मारे गए। घटना की तस्वीरों और वीडियो में कथित मुठभेड़ वाले स्थान पर जमीन पर दो शव और उनके पास एक मोटरसाइकिल नजर आ रही है। बाद में एक एंबुलेंस से दोनों शवों को अस्पताल ले जाया गया।

गौरतलब है कि 2005 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम व गुलाम तथा नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मुठभेड़ के बाद जया पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन का आभार जताया। जया पाल ने कहा, “उन्होंने जो कुछ भी किया है, सही है। उन्होंने (मुख्यमंत्री ने) अपनी बेटी के पति के हत्यारे को सजा दी है। मैं अपना आभार व्यक्त करती हूं। वह पिता के समान हैं। न्याय हुआ है।” जया पाल ने उम्मीद जताई कि मामले के अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह पूछे जाने पर कि वह किन अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई चाहती है, जया ने कहा, “मैं यह सरकार पर छोड़ती हूं। सरकार मुझे न्याय दे रही है।


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Content Writer

Ramkesh

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