आज भी मौजूद हैं चित्रकूट के राजा, जिनकी आज्ञा से प्रभु श्री राम ने चित्रकूट में किया था साढ़े 11 वर्ष वास...VIDEO
punjabkesari.in Sunday, May 21, 2023 - 11:00 PM (IST)
ये तस्वीर है धार्म नगरी चित्रकूट की...इसकी पहचान वैसे तो भगवान श्रीराम से जुड़ी है..मगर, यहां मां मंदाकिनी के किनारे यहां के राजा वास करते हैं.. बता दें कि रामघाट पर विश्वप्रसिद्ध प्रचीन मत्यगजेन्द्र नाथ शिव मंदिर है...जिन्हें सदियों से लोग चित्रकूट का राजा मानते आ रहे हैं...
दरअसल, इस मंदिर का इतिहास चार युग पुराना है...जिसमें स्थापित शिवलिंग की महिमा का वर्णन शिवपुराण में भी मिलता है...मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग की स्थापना स्वयं भगवान ब्रह्मा ने अपने हाथ से की थी...एक मान्यता ये भी है कि जब भगवान राम वनवास के लिए चित्रकूट आए थे...तो मत्यगजेन्द्र नाथ से आज्ञा लेकर चित्रकूट में साढ़े 11 साल तक वास किया था...इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं है जिसको लेकर हमारे संवाददाता ने मंदिर के पुजारी से बातचीत की है सुनिए...
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान राम मंदाकिनी में स्नान करने के बाद तट पर विराजे भगवान शिव का जलाभिषेक करते थे...यहां मंदिर में जलाभिषेक का विशेष महत्व है...यहां रोजाना हजारों की सख्या में श्रद्धालु महाराजाधिराज का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं..हालांकि सावन और शिवरात्रि के दिनों में यहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं....
वहीं, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी का कहना है कि काशी, उज्जैन की यहां भी दिन में चार बार भगवान शिव की आरती की जाती है...भले ही चित्रकूट को भगवान राम की तपोस्थली मानी जाती है...मगर, यहां के राजा तो मत्यगजेन्द्र नाथ ही हैं...यहां के निवासी अपने यहां कुभी भी नया कार्य करने से पहले अपने महाराजाधिराज का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते हैं...क्योंकि मान्यता है कि यहां पूजा करने वाले भक्तों की हर मनोकामना भगवान शिव पूरा करते हैं...