Holi Special: किसान ने चुकंदर, पालक से बना डाला रंग-गुलाल, चेहरे पर लगाने से मिलेगा जबरदस्त फायदा, होली पर बढ़ी डिमांड
punjabkesari.in Monday, Mar 10, 2025 - 06:45 PM (IST)

Saharanpur News, (रामकुमार पुंडीर): होली का पर्व नजदीक है और मार्केट में विभिन्न प्रकार के रंग मौजूद हैं। जिनमे केमिकल वाले रंग से होली खेलने से आपकी त्वचा सहित सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है लेकिन सहारनपुर के एक किसान ने एक ऐसा गुलाल तैयार किया है जिसको लगाने से ना ही किसी प्रकार का नुकसान होगा बल्कि अगर गलती से भी गुलाल आपके मुंह मे भी चला जाता है तो तब भी आपको किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
बता दें कि सहारनपुर के रहने वाले किसान आदित्य त्यागी जो कि लंबे समय से ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती करते आ रहे है।. आदित्य त्यागी ने घर पर अपने ग्रैंड डॉटरस के लिए रंग बनाने की सोची और अपनी खेत में लगाई गई ऑर्गेनिक सब्जियों से विभिन्न प्रकार के रंग तैयार किए। जिसके बाद उसमें आरारोट मिलाकर उसको गुलाल का रूप दिया गया। अब यह पूरे तरीके से गुलाल की तरह ही दिखाई देता है। वहीं आदित्य त्यागी के पास अब ऑर्गेनिक तरीके से तैयार किए गए इस गुलाल की डिमांड भी आने लगी है। आदित्य त्यागी ने 15 से 20 किलो गुलाल तैयार कर बेच भी दिया है और आदित्य त्यागी के पास इस गुलाल की और भी डिमांड आ रही है।
आदित्य त्यागी बताते हैं की मार्केट में आने वाले केमिकल वाले गुलाल से इस गुलाल की कीमत भी काफी कम रखी गई है। वह मात्र ₹100 किलो इस आर्गेनिक गुलाल को बेच रहे हैं। किसान आदित्य त्यागी ने बात करते हुए बताया कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। आदित्य त्यागी के पास उनकी दो पोती रहती है जबकि बेटा जर्मनी में रहता है। तो होली का पर्व नजदीक है तो सोचा कि दोनों पोती भी होली खेलेंगी लेकिन जो मार्केट में रंग आ रहे हैं उनमें क्या कुछ है किसी को नहीं पता। ऑन रंगों को लगाने से स्क्रीन पर काफी नुकसान होता है साथ मुंह में चले जाने पर भी सेहत खराब हो जाती है। तो फिर उन्होंने सोचा कि क्यों ना उनके खेत में लगी ऑर्गेनिक सब्जियों से रंग को तैयार किया जाए। चुकंदर से लाल रंग बनाया, पालक से हरा रंग बनाया, केशु के फूल, चुकंदर और हल्दी मिलाकर पिला रंग बनाया। फिर आरारोट का बेस बनाकर गुलाल तैयार कर डाला।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा तैयार किया गया यह गुलाल किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचता है चाहे इसको चेहरे पर लगाया जाए या फिर इसको अगर खा भी लिया जाए तब भी इसका कोई नुकसान नहीं है क्योंकि यह पूरे तरीके से ऑर्गेनिक है और इसमें खाने-पीने की चीजों का इस्तेमाल किया गया है। रंग बनाने के बाद उन्होंने अपने कुछ ग्रुप में इसके फोटोस डालें तो लोगों की डिमांड भी आने लगी। अभी तक आदित्य त्यागी 15 से 20 किलो गुलाल बेच चुके हैं वहीं मार्केट से सस्ते दाम पर इस गुलाल को लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं। उनका कहना है कि उनको पैसे नहीं कमाने लेकिन उनको एक सुकून है कि वह लोगों को कुछ अच्छा दे रहे हैं जिससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। वहीं डिमांड के अनुसार वह और गुलाल तैयार भी कर रहे हैं।