Holi 2025: यूपी में 2000 से अधिक विधवाएं खेलेंगी होली, ''गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड'' में दर्ज कराएंगी नाम
punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 02:23 PM (IST)

लखनऊ: उल्लास-उमंग और रंगों का पर्व होली इस बार वृंदावन में एक अलग आभा में सराबोर दिखेगा और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से यहां 2000 से अधिक विधवाएं एक साथ होली खेलकर एक अनूठा रिकॉर्ड बनाने जा रही हैं। मथुरा-वृंदावन की होली तो वैसे भी जगत प्रसिद्ध है, मगर इस बार यहां की होली केवल आनंद ही नहीं सामाजिक सौहार्द, सांस्कृतिक समरसता एवं सामाजिक परिवर्तन के सम्मानित क्षण बनकर विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने जा रही है।
बनेगा एक अनूठा रिकॉर्ड
सरकार की एक योजना में कहा गया है कि उप्र सरकार के प्रयासों से यहां 2000 से अधिक विधवाएं एक साथ होली खेलकर एक अनूठा रिकॉर्ड बनाने जा रही हैं। इसमें कहा गया है कि इस क्रम में, वृंदावन के सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग होली पर ‘विधवाओं की होली-2025' के तौर पर एक भव्य आयोजन कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में प्रयास करेगी। एक बयान के मुताबिक ऐसे में, इस बार होली का त्योहार न केवल विधवाओं की बेरंग जिंदगी में खुशियों का रंग घोलने का माध्यम बनेगा, बल्कि इतिहास व विश्व रिकॉर्ड में दर्ज होने के साथ ही समाज में सशक्त संदेश देने का माध्यम भी बनेगा।
एक अनूठा सांस्कृतिक उत्सव है 'विधवाओं की होली'
'विधवाओं की होली' एक अनूठा सांस्कृतिक उत्सव है। परंपरागत रूप से, भारत में विधवाओं से होली जैसे त्योहारों सहित संसारिक सुखों को त्यागने की अपेक्षा की जाती थी, लेकिन भगवान कृष्ण के दिव्य प्रेम से जुड़े शहर वृंदावन में यह एक क्रांतिकारी बदलाव के तौर पर देखा जाता है। हर साल, वृंदावन के विभिन्न आश्रमों से हजारों विधवाएं होली पर खुद को जीवंत रंगों, संगीत और भक्ति में सराबोर कर लेती हैं। योजना के अनुसार, इस समारोह में पारंपरिक लोक गायन, लोक नृत्य, भक्ति गीत जैसी प्रस्तुतियां भी होंगी। आयोजन में ऑर्गेनिक रंगों का इस्तेमाल होगा तथा इसमें अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों, मीडिया तथा भक्तों की भागीदारी होगी। इस आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए एक विशिष्ट टीम के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कार्यक्रम में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा, जिससे उन्हें विभिन्न पहलुओं की विवेचना समेत प्रमाणन प्रक्रिया को पूरा करने में भी आसानी होगी।