फर्रूखाबाद में किसानों ने किया प्रदर्शन: मूंगफली और मक्का की कीमती फसल सूखने की कगार पर, अघोषित बिजली कटौती से खेतों में सूख रहीं फसलें
punjabkesari.in Thursday, Jun 15, 2023 - 07:46 PM (IST)

Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रूखाबाद (Farrukhabad) जिले में अघोषित बिजली कटौती से आक्रोशित होकर आधा दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने बिजली पावर हाउस को घेर प्रदर्शन किया। बिजली न आने से पानी के अभाव में किसानों की मक्का, मूंगफली और मूंग की कीमती फसलें बर्बाद हो रही है। 24 घंटे में 3 से 4 घंटे ट्रिप लेकर किसानों को बिजली मिल रही है। किसानों ने बिजली घर के कर्मचारियों पर अघोषित बिजली कटौती करने का आरोप लगाया। पवार हाउस विभाग के खिलाफ की जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया। किसान बिजली न आने से बर्बादी की कगार पर पंहुचा गए हैं।
एक तरफ जहां किसानों की पानी के अभाव में फसलें सूख रही हैं तो वहीं विद्युत विभाग अघोषित कटौती करने में लगा हुआ है। जिससे अब किसान आक्रोशित हो गए हैं और सैकड़ों किसानों ने पहुंचकर रुटौल पावर हाउस का घेराव कर जमकर नारेबाजी की है। बता दें कि अघोषित बिजली कटौती से आक्रोशित होकर रुटौल पावर हाउस के अंतर्गत आने वाले गांव रायपुर खास, मुड़ौल, बराबिकू, रामनगर लखनपुर, बहलोलपुर, जौरा, करीमनगर, पैथान, पितौरा आदि के एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण आज रूटौल पावर हाउस पर पहुंचे। जहां उन्होंने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि 24 घंटे में केवल 3 से 4 घंटे ही लाइट मिल रही है। वह भी ट्रिप के साथ में जिससे उनकी मक्का, मूंगफली, मूंग आदि की कीमती फसलें पानी के अभाव में बर्बाद हो रही हैं।
जानकारी देते हुए किसानों ने बताया कि 3 दिन पूर्व भी धरना प्रदर्शन किया था। जिस पर एक्सईएन ने 3 दिन का समय मांगा था और कहा था कि आप लोगों की समस्या का समाधान करा दिया जाएगा। लेकिन 3 दिन बीतने के बाद भी विद्युत सप्लाई जस की तस बनी हुई है। जिससे फसलें तबाह हो रही हैं। किसानों का कहना है कि यदि फसलें ही तबाह हो गई तो वह बिजली का बिल सहित अन्य खर्चे कहां से पूरे करेंगे। यानि कहने का मतलब है कि किसान बर्बाद हो जाएंगे। हालांकि एक्शईन किसानों से वार्ता करते रहे और समझाते रहे। लेकिन किसानों का कहना है कि अब जब तक उन्हें निर्बाध विद्युत सप्लाई नहीं मिलेगी। तब तक वह धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।