पहले BJP के नेताओं से बेटी बचाओ, फिर बेटी पढ़ाओ: कांग्रेस

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 11:29 AM (IST)

लखनऊ: उप्र में महिलाएं और बेटियां असुरक्षित हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिन-रात सिर्फ अपनी सुरक्षा और आगामी आम चुनावों की तैयारी में व्यस्त हैं। उप्र कांग्रेस के प्रवक्ता ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी ने नारा दिया था कि बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार अब की बार भाजपा सरकार, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद निरन्तर महिलाओं के साथ दुष्कर्म, हत्या और छेड़खानी की घटनाएं बढ़ी हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि उप्र की जनता ने भाजपा को अपनी सुरक्षा और सुदृढ़ करने के लिए चुना था लेकिन सरकार आने के बाद वह अपने दुष्कर्मी नेताओं को बचाने और उन पर लगे दुष्कर्म के मुकद्दमे वापस लेने का काम कर रही है। आज की स्थिति में उन पर यही नारा सटीक बैठता है कि पहले भाजपा के नेताओं से बेटी बचाओ-फिर बेटी पढ़ाओ।

उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति क्या हो सकती है कि प्रदेश की महिलाओं को मुख्यमंत्री से न्याय मांगने के बाद भी न्याय नहीं मिलता जिसकी कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है। मेरठ की एक बच्ची को जला दिया जाता है, बागपत की घटना हो या बरेली में 17 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हो, लखनऊ में डीजीपी कार्यालय के पास से बच्ची को उठाकर रेप कर दिया जाता है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। उन्नाव की घटना में आज तक उस आरोपी भाजपा विधायक के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं गई जबकि सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है।

सरकार के उपमुख्यमंत्री माता सीता को टैस्ट ट्यूब बेबी बताते हैं और भारतीय जनता पार्टी उस पर मौन रहती है। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष एनसीआरबी के आंकड़ों से भी स्पष्ट है कि उप्र में महिलाओं के प्रति दुष्कर्म और छेड़खानी की घटनाओं में 40 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Anil Kapoor

Recommended News

Related News

static