कोरोना से निपटने के लिए झांसी के अस्पतालों मे हाई अलर्ट जारी

punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2020 - 04:01 PM (IST)

झांसीः दुनिया भर में डर का सबब बने कोरोना वायरस को देश में फैलने से रोकने के लिए बरती जा रही तमाम सर्तकताओं के बीच उत्तर प्रदेश के झांसी में भी इसको लेकर पूरी तैयारी की गयी है और सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में इस वायरस के संभावित संक्रामितों के लिए आइसोलेशन वार्ड भी तैयार कर दिये गए हैं।

जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ और संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए जिले की रेपिड रिस्पांस टीम की प्रमुख डा़ अनुराधा ने शुक्रवार को बताया कि चीन से आने वाले लोगों की जो लिस्ट हमें मुहैया करायी गई है और प्रतिदिन भेजी जा रही है उसके अनुसार अभी तक 17 लोग झांसी के हैं उन सभी की पूरी जांच की गयी है और इनमें से किसी में भी संक्रमण नहीं पाया गया है। इनमें से दो परिवार जिसमें छह लोग हैं की जानकारी जिला स्तर पर ही एकत्र की गयी थी ये परिवार सीपरी और महाराणा प्रताप नगर के निवासी है और इनमें से भी किसी में कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया है।

कोरोना संक्रमणा की आशंका से इन सभी लोगों की पूरी जांच की गई है और इसके बाद 28 दिनों तक इन सभी पर नजर रखी जायेगी। कोराना एक वायरल संक्रमण ही है। इस समय मौसम जिस तरह का है उसमें वायरल संक्रमण होना बेहद आम बात है ऐसे में हमारी टीम कोई लापरवाही बरतना नहीं चाहती और इन सभी के स्वास्थ्य पर बराबर नजर रख रही है। यदि इस बीच किसी में भी संक्रमण पाया गया तो इनको रखने के लिए जिला अस्पताल और महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में पूरी तैयारी है। आइसोलेशन वाडर् बनकर तैयार है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दूसरा जरूरी साजोसामान भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। झांसी इस खतरनाक वायरस को अपने क्षेत्र में फैलने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

डॉ. अनुराधा ने बताया कि संक्रामित मरीजों के बीच काम करने वाली हमारी टीम के लोगों को भी ऐसे खतरों से बचाने के लिए हमारे पास पूरा साजोसामान है जिसमें पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट्स (पीपीई) जिसमें मरीज के पास जाने से चिकित्सक या उसको देखने वाले दूसरे लोगों के लिए सिर से लेकर पैर तक ढ़ककर रखने का सामान मुहैया कराया जाताहै। एन-95 मास्क हमें दिये गये हैं जो भी सांस की नली के इंफेक्शन होते हैं या वायरल इंफेक्शन होते हैं वह सांस के जरिए फैलते हैं । ऐसे इंफेक्शन से ग्रसित मरीजों के पास जाते समय यह बेहद सहायक होते हैं। इसमें एक फिल्टर लगा होता है जो बात करते समय न तो अंदर की हवा को बाहर जाने देता है और न ही बाहरी संक्रमण को अंदर आने देता है।

इस तरह जिले में इस वायरस के संक्रामितों के इलाज के लिए पूरी तैयारी है लेकिन अभी तक झांसी से संबंधित चीन से आये किसी भी संभावित में कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया है लेकिन हमारी टीम इस मामले में पूरी तरह से सर्तक है। यह वायरल संक्रमण संक्रामित के खांसने और छीकनें से फैल सकता है इसके अलावा सांस के जरिए, संक्रामित से नजदीक संपकर् और बर्तन सांझा करने से भी फैल सकता है। कोरोना वायरस फेंफडों को प्रभावित करता है इसलिए खांसते समय मुंह से निकलने वाली बूंदों से भी यह सामने वाले व्यक्ति को संक्रामित कर सकता है। इस वायरस के इतने आसान संक्रमण को देखते हुए सभी अस्पताल हाई अलटर् पर हैं इसलिए 17 लोगों के स्वास्थ्य पर रोजाना नजर रखी जा रही है और इन्हें बताया गया है कि सिर दर्द, खांसी,जुखाम, गले में खराश ,अस्वस्थता ,छीेकें आने या अस्थमा अगर है तो परेशानी बढ़ने ,थकान या निमोनिया जैसे कोई भी लक्षण हो तो तुरंत इसकी सूचना दें। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tamanna Bhardwaj

Recommended News

Related News

static