प्रयागराज में मनाई गई ऐतिहासिक कपड़ा फाड़ होली, रंगों की बौछार और डीजे की धुन पर लोगों ने जमकर किया डांस

punjabkesari.in Saturday, Mar 19, 2022 - 02:37 PM (IST)

प्रयागराज: होली रंगों की मस्ती और हुडदंग का त्यौहार है। देश की सांस्कृतिक राजधानी प्रयागराज में एक ऐसी होली खेली जाती है वैसी होली का नजारा शायद ही कहीं और ही देखने को मिले। ये होली सबसे अनोखी है क्योंकि यहाँ पर होने वाली होली के रंगों का सुरूर होली खेलने वालों पर कुछ ऐसा सवार होता है की लोग रंग लगाते-लगाते एक दुसरे का कपडा ही फाड़ देते है। लेकिन होली की मस्ती देखिये की लोग इसका जरा भी बुरा नहीं मानते और उसके बाद शुरू होता है गाने की धुनों पर नाचने का सिलसिला जो पुरे आधे दिन तक नानस्टाप चलता रहता है।

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बता दें कि लोग एक दुसरे के ऊपर रंग और गुलाल की बारिश करते है और ऊपर से चारों ओर से रंगों की बौछार सोने में सुहागा का काम करती है। ऊपर लटके तारों पर जब नजर आती है तो लोगों के फटे कपडे टंगे नजर आते है और नीचे देखिये तो अर्धनग्न लोगों के ऊपर रंग का शुरूर अपने चरम पर होता है। प्रयागराज के लोकनाथ चौराहे के साथ कई जगह पर होने वाली ये कपडा फाड़ होली बरसों से होती आ रही है।  होली के दूसरे दिन भी महिलाओं ने भी जमकर होली खेली। प्रयागराज में होली दो दिन तक मनाई जाती है और तीसरे दिन शहर के कुछ क्षेत्रों में होली मनाई जाती है।

कहा जाता है कि प्रयागराज में कभी भी होली 1 दिन नहीं मनाई गई बल्कि होलिका दहन के अगले दिन छोटी होली जबकि दूसरे दिन बड़ी होली के रूप में प्रयागराज में त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन अधिकतर चौराहों पर कपड़ा फाड़ होली खेली जाती है। लेकिन सबसे ज्यादा सुधीर इकट्ठा होती है वह त्याग आज के लोकनाथ चौराहे पर जमा होती है जहां शहर के कोने-कोने से लोग आते हैं और पानी के सोमवार के साथ कपड़ा फाड़ होगी खेलते हैं। अब बात यह रहती है कि आज तक कभी भी इस जगह होली के दौरान लड़ाई झगड़ा नहीं हुआ है बाकी सभी लोग एक दूसरे के साथ जमकर होली खेलते हैं।

प्रयागराज के तीसरे दिन भी होली का पर्व मनाया जाता है फिर से शहर के बड़े पधारो में व्यापारी लोग होली खेलते हैं जिसमें ठठेरी बाजार, नैनी बाजार शामिल है। हालांकि इस बार राजनीतिक रंग भी होली में देखने को मिला है क्योंकि कुछ दिन पहले हुए विधानसभा चुनाव को लेकर के लोगों में उत्साह देखा गया और परिणाम आने के बाद होली का रंग भी दुगना हो गया।


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Content Writer

Mamta Yadav

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