तकनीक की सहायता से गंगा के दोनों किनारों पर घने जंगल विकसित करेगा IIT कानपुर
punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 10:17 PM (IST)

कानपुरः कोरोना संकट के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन का पॉजिटिव प्रभाव पर्यावरण पर भी खूब पड़ा और प्रकृति भी मुस्कुरा दी। वहीं अब अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान के तहत आईआईटी कानपुर तकनीक का इस्तेमाल करके गंगा के दोनों किनारों पर घने जंगल विकसित करेगा।
बता दें कि यह पायलट प्रोजेक्ट कानपुर से ही शुरू किया जाएगा। यहां प्लान में बिठूर के छह घाटों और बैराज से जाजमऊ के बीच के 11 घाटों को शामिल किया गया है। इनके पास गंगा के किनारे पर्याप्त जमीन सघन वन तैयार करने के लिए देखी गई है। प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। जिसकी मॉनीटरिंग आईआईटी के प्रोफेसर विनोद तारे करेंगे। उनके साथ ही केडीए, नगर निगम, केस्को, जल निगम, जलकल, सिंचाई विभाग और पीडब्ल्यूडी के अफसरों को भी रखा गया है।
नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान की कवायद पिछले वर्ष हुई थी। अब इसमें आगे की योजना तैयार हो चुकी है। आईआईटी की मदद से प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा। यह योजना केंद्र सरकार की है। इसमें गंगा के किनारे 16 किलोमीटर दायरे को वन्य क्षेत्र में विकसित किए जाने की तैयारी है। इस प्रोजेक्ट को चालू करने में दो बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भी मदद ली जाएगी।