Uttar Pradesh Politics: यूपी में सीट बंटवारे पर सपा से गतिरोध दूर, कांग्रेस 17 सीट पर लड़ेगी चुनाव

punjabkesari.in Wednesday, Feb 21, 2024 - 08:07 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध दूर हो गया है। दोनों पार्टियों ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया गठबंधन) के तहत बुधवार को प्रदेश में सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा कर दी, जिसके तहत राज्य की 80 सीट में से कांग्रेस रायबरेली और अमेठी सहित 17 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। यह घोषणा समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में की। पांडे ने कहा कि कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि राज्य की बाकी 63 सीटों पर सपा और गठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।

इन सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी चुनाव 
सपा प्रदेश अध्यक्ष पटेल ने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया सहित 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने बताया कि सपा ने मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का इरादा जाहिर किया था जिसे कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस गठबंधन को अंजाम तक पहुंचने में बहुत अहम भूमिका अदा की है। वह उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए सभी पार्टियों को एक साथ लाने का जो प्रयास कर रही हैं, इसके लिए वह उनका आभार प्रकट करते हैं। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की सूची कब तक जारी करेगी, पांडे ने कहा कि पार्टी नेतृत्व विचार विमर्श के बाद इसे जल्द ही जारी करेगा। रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस पार्टी किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी इस सवाल के जवाब में पांडे ने कहा,‘‘ यह दोनों सीट पार्टी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, ये सीट गांधी परिवार के काफी नजदीक रहीं हैं। गांधी परिवार इसे अपना घर मानता हैं। अभी इस बाबत फैसला नहीं हुआ हैं।

देश को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश में गठबंधन हुआ - अविनाश पांडे
पार्टी के वरिष्ठ नेता ही निर्णय लेंगे कि यहां (रायबरेली, अमेठी) से कौन लड़ेगा।'' रायबरेली सीट से पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी चुनाव जीती थीं। लेकिन इस बार खराब स्वास्थ्य के कारण वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं। वह राज्यसभा के जरिए संसद में जा रही हैं। पांडे से पूछा गया कि प्रदेश की श्रावस्ती और खीरी सीट पर क्या कुछ पेंच अभी भी फंसा हुआ हैं? इस पर उन्होंने जवाब दिया,‘‘पेंच कहीं पर भी नहीं फंसा हुआ है। सभी सीट के बारे में निर्णय एक दूरगामी लक्ष्य को सामने रखकर किया गया हैं। आने वाले समय में दोनों दल मिलकर एक बार फिर चर्चा करेंगे और अगर (इन दोनो सीटों को लेकर) ऐसी कोई बात सामने आती हैं तो मीडिया को सूचित कर दिया जायेगा। जो भी निर्णय लिया जाएगा वह चुनाव के हित में होगा और चुनाव के बेहतर नतीजों के मद्देनजर होगा।'' अविनाश पांडे ने कहा कि देश को बचाने और सुरक्षित रखने के लिए उत्तर प्रदेश में गठबंधन हुआ है।

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में अखिलेश हो सकते हैं शामिल 
सपा और कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में अखिलेश के शामिल होने के सवाल पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राय ने कहा,'' पहले अखिलेश जी अमेठी, रायबरेली में शामिल होने वाले थे। 24 और 25 फरवरी को भी यात्रा उत्तर प्रदेश से गुजरेगी और मुझे पूरा विश्वास है कि वह अपनी सुविधानुसार इसमें जल्द ही शामिल होंगे।'' 'इंडिया' गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी(बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद)के नहीं शामिल होने के सवाल को दोनों पार्टियों के नेताओं ने टाल दिया। सपा के प्रदेश अध्यक्ष पटेल ने कहा कि उचित समय पर गठबंधन के स्वरूप को रखा गया है, जिसका पूरा देश बहुत दिनों से आस लगाए था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में कांग्रेस 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी और बाकी सीट पर सपा अध्यक्ष प्रत्याशी उतारेंगे।

उत्तर प्रदेश से भारत को बचाने का संदेश जा रहा है
सपा नेता से पूछा गया कि चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज जैसी अन्य छोटी पार्टियों को पार्टी अपने कोटे में से चुनाव लड़ने के लिए सीट देगी? इस पर पटेल ने कहा कि इस बाबत जो भी फैसला लेना होगा, वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लेंगे। सपा प्रदेश अध्यक्ष पटेल से पूछा गया कि वाराणसी सीट पर पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैं अब गठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है तो क्या पार्टी अपना प्रत्याशी वापस लेगी। इस पर उन्होंने कहा कि जब गठबंधन के तहत कांग्रेस को वाराणसी सीट दे दी गयी है तो वही उस सीट के बारे में फैसला करेगी। सपा ने मंगलवार को घोषित लोकसभा प्रत्याशियों की सूची में वाराणसी से सुरेंद्र सिंह पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि ‘‘उत्तर प्रदेश से भारत को बचाने का संदेश जा रहा है। उत्तर प्रदेश से ही 2024 में भाजपा सत्ता से जाएगी। किसान सड़क पर हैं। भाजपा के अन्याय के शिकार लोगों को बचाने के लिए ‘इंडिया' गठबंधन एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतर रहा है।

 


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Content Writer

Ramkesh

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