IPS असीम अरुण का VRS हुआ स्वीकार, BJP के टिकट पर कन्नौज सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

punjabkesari.in Monday, Jan 10, 2022 - 12:40 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर का  पुलिस कमिश्नर आईपीएस असीम अरुण का वीआरएस स्वीकार कर लिया गया है। 15 जनवरी को असीम अरुण अपने प्रशासनिक पद से सेवा मुक्त हो जाएंगे। बता दें कि बीते 8 जनवरी को उन्होंने पुलिस कमिश्नर पद पर रहते हुए VRS की मांग थी। बताया जा रहा है कि असीम अरुण रिटायर होने के बाद भारतीय जनता पार्टी से कन्नौज सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेगें। 
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गौरतलब है कि दो दिन पहले पुलिस कमिशनरेट अरुण असीम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने का फैसला लिया था। उन्होंने इसकी जानकारी अपने फैसबुक एकाउंट से दी। असीम ने बताया कि मैं राजनीति में उतरकर जनता की सेवा करुंगा। 

अरुण असीम ने अपने पोस्ट में लिखा कि मैं बहुत गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूं कि माननीय योगी आदित्यनाथ जी ने मुझे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता के योग्य समझा मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं। पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पहल को सार्थक बनाएं मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए तिलस्क की सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करु। आईपीएस की नौकरी और यह सब सम्मान सब बाबा साहब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए उचित व्यवस्था के कारण ही संभव में उनके उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी भाइयों और बहनों के सम्मान सुरक्षा और स्थान के लिए कार्य करूंगा।
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बता दें कि इस बात की जानकारी लखनऊ के सीनियर जनर्लिस्ट गौरव सिंह सेंगर ट्विटर पर इस जानकारी को साझा किया। जिसके सबूत के तहत उन्होंने यह भी बताया है कि असीम अरुण ने सीएम योगी आदित्यनाथ से असीम अरुण ने दोपहर में मुलाकात की थी।  जिसके बाद यह फैसला लिया। 

अरुण असीम की जीवनी:-
एडीसी रैंक के आसिम अरुण आईपीएस 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 3 अक्टूबर 1970 को बदायूं में हुआ था। उनके पिता श्री राम अरुण की गिनती भी प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस में होती थी। उन्होंने राज्य के डीजीपी का पद भी संभाला। आसिम अरुण की मां शशि अरुण जानी-मानी लेखिका हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट फ्रांसिस कॉलेज, लखनऊ से की और बीएससी सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से किया। आईपीएस असीम अरुण ने सिविल सर्विसेज में हाथ आजमाया। इसका कारण यह था कि पिता उन्हें अपने जैसा आईपीएस अधिकारी बनते देखना चाहते थे। आईपीएस अधिकारी बनने के बाद असीम अरुण धीरे-धीरे यूपी पुलिस की रीढ़ बन गए।

असीम अरुण 1994 Btach IPS अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट फ्रांसिस स्कूल लखनऊ से की और बीएससी स्टेपेंस कॉलेज दिल्ली से किया। यूपी एटीएस के इस वीर अधिकारी को सूचना मिली थी कि कानपुर के केडीए कॉलोनी निवासी आईएसआईएस का आतंकी सैफुल्ला लखनऊ में छिपा है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है। फिर उसने एटीएस कमांडो के साथ ठाकुरगंज इलाके में आतंकी को घेर कर मार गिराया।
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भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद, उन्होंने हाथरस, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आगरा, अलीगढ़ और गोरखपुर में पुलिस अधीक्षक और पुलिस उप महानिरीक्षक के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने लखनऊ एटीएस में भी कार्यभार संभाला। अभी तक असीम अरुण यूपी 112 में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एडीजी का पद संभाल रहे थे।


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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