इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने दी छात्रों को अपनी दाढ़ी न कटवाने की हिदायत, 4 छात्रों को किया निष्कासित
punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2023 - 04:33 PM (IST)

सहारनपुरः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) जिले में स्थित विख्यात इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) के प्रशासन ने एक आदेश जारी कर संस्थान में पढ़ रहे तमाम छात्रों को अपनी दाढ़ी नहीं कटवाने की हिदायत दी है। दारुल उलूम देवबंद के शिक्षा विभाग के प्रभारी मौलाना हुसैन अहमद द्वारा बीते सोमवार शाम को जारी आदेश में कहा गया है कि संस्थान में पढ़ रहा कोई भी छात्र अपनी दाढ़ी नहीं कटवाएगा और अगर वह ऐसा करता है तो उसे निष्कासित कर दिया जाएगा।
दाढ़ी कटवाने वाले 4 छात्रों को किया निष्कासित
मिली जानकारी के मुताबिक, दारुल उलूम ने आदेश में कहा गया है कि दाढ़ी कटवा कर संस्थान में प्रवेश के लिए आने वाले छात्रों को दाखिला भी नहीं दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले गत छह फरवरी को दाढ़ी कटवाने पर चार छात्रों को निष्कासित किया जा चुका है। अब आदेश जारी किया गया है कि जो भी छात्र जहां शिक्षा ले रहे है। वो अपनी दाढ़ी नहीं कटवाएंगे।
यह भी पढ़ेंः गन्ने का भाव घोषित न होने पर किसान यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों जताया आक्रोश, DM कार्यालय में किया प्रदर्शन
दाढ़ी कटवाना हराम है-दारुल उलूम
बता दें कि दारुल उलूम देवबंद ने 3 साल पहले दारुल इफ्ता विभाग में पूछे गए एक सवाल के जबाव में फतवा दिया था, जिसमें कहा गया था कि इस्लाम में दाढ़ी कटवाना हराम है। इस बीच, ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड' के वरिष्ठ सदस्य एवं लखनऊ के शहर काजी मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि रसूल अल्लाह मुहम्मद साहब दाढ़ी रखते थे, लिहाजा इस्लाम में दाढ़ी रखना 'सुन्नत' है। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने एक बार दाढ़ी रख ली और बाद में वह उसे हटाता है तो वह शख्स गुनहगार माना जाएगा। उन्होंने कहा कि दाढ़ी का इस्लाम में अलग महत्व है।