जौनपुर: जिलाजीत के शहीद होने की सूचना मिलते ही सिरकोनी गांव में पसरा मातम
punjabkesari.in Wednesday, Aug 12, 2020 - 03:50 PM (IST)
जौनपुरः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में मंगलवार की रात आतंकवादियों की खोज में निकले जवानों पर अचानक हुए हमले में उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले का एक लाल शहीद हो गया। शहीद होने की सूचना मिलने पर पूरे सिरकोनी गांव में मातम छा गया। शहीद तीन महीने पहने ही एक बच्चे का पिता बना था।
'कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों' यही जज्बा को लेकर सन 2014 में सेना में भर्ती हुआ जौनपुर का बेटा जिलाजीत यादव ( 25 ) राष्ट्रीय रायफल्स की 53 बटालियन में सिपाही था। पुलवामा में मंगलवार को आतंकियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गया । यह वीर सपूत अपने माँ बाप का एकलौता पुत्र था तथा अभी वह तीन माह पूर्व ही एक बच्चे का पिता बना था। यह मनहूस खबर मिलते ही शाहिद के परिवार समेत पूरे इलाके में कोहराम मच गया है।
जौनपुर के बहादुरपुर ( इजरी ) सिरकोनी गांव के निवासी कांता यादव का पुत्र जिलाजीत तीन बहियों को इकलौता भाई था। जिलाजीत भारत माँ की रक्षा के लिए वर्ष 2014 में सेना में भर्ती हुए , जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार की रात व बुधवार को तड़के घेराबंदी एवं तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में सैनिक जिलाजीत शहीद हो गया। जिलाजीत के शहीद होने से उनकी माँ के सिर से पुत्र की साया व उनके तीन माह के दुधमुहे बच्चे के सिर से पिता का साया उठ गया। शहीद जिलाजीत के पिता की दो वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है।
जिलाजीत के दोस्त अमित यादव ने बताया जिलाजीत के अंदर बचपन से देश भक्ति का जज्बा था , वह सेना में भर्ती होने के लिए जमकर पसीना बहाया था। आज वह भारत माँ की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। उसके शहीद होने का हम लोगो को जहां गम है वही हम लोगो का सीना फक्र से ऊंचा हो गया है । उसने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान किया है।
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