झांसी: टिड्डी हमले ने तबाह की बड़े पैमाने पर फसल, नहीं काम आई प्रशासन की रणनीति

punjabkesari.in Thursday, May 28, 2020 - 10:57 AM (IST)

झांसीः उत्तर प्रदेश के झांसी में बुधवार देर शाम टिड्डियों के दल ने जबरदस्त हमला करते हुए मोंठ तहसील के एक दर्जन से अधिक गांवों में फसलों को हमला कर किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचाया। पाकिस्तान से चले इस टिड्डी दल के देश में राजस्थान से प्रवेश कर लगाताार आगे बढ़ते हुए झांसी पहुंचने की आशंका के मद्देनजर प्रशासन पांच दिनों से पूरे जनपद में इनको लेकर लोगों को जागरुक कर रहा है, लेकिन आज शाम जब टिड्डी दल का हमला हुआ तो प्रशासन की कोई रणनीति काम नहीं आ सकी और पलक झपकते ही नदी किनारे लगी हरी भरी सब्जियों के सैंकडों एकड़ खेत सफेद हो गए। इतनी बड़ी तादाद में टिड्डियों को देख किसानों के होश उड़ गये।
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पाकिस्तानी टिड्डी दल ने बोला हमला 
कोरोना कहर के बीच देश में पाकिस्तानी टिड्डी दल ने हमला बोल दिया है हालांकि इनके आक्रमण से निपटने के लिए भी केन्द्र से लेकर प्रदेश और जिला प्रशासन तक एलर्ट मोड में है लेकिन इनके त्वरित हमले के चलते किसानों और प्रशासन को संभलने का मौका तक नहीं मिल रहा है।
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टिड्डियों न हरे भरे खेतों को किया बर्बाद
बबीना और बरुआसागर जैसे क्षेत्रों में तबाही का मंजर दिखा चुका टिड्डी दल आज मोंठ तहसील क्षेत्र में जा घुसा। देर शाम के समय अचानक किए गए हमले ने किसानों को संभलने का मौका तक नहीं दिया। टिड्डी दल की विशालता देख किसानों के हाथ पांव फूल गए। हालांकि ऐसी परिस्थिति में भी किसानों ने उन्हें भगाने के लिए थाली,लोटा और जो कुछ भी उनके पास था,उससे शोरगुल करते हुए पूरा प्रयास किया। लेकिन यह सब उन भयंकर दुश्मनों के सामने व्यर्थ नजर आया। कुछ ही देर में टिड्डी दल ने सैकड़ों बीघा जमीन पर लगी हरी सब्जी को अपना भोजन बनाते हुए सब कुछ तबाह कर दिया। हालांकि सूचना पाते ही प्रशासनिक अमला वहां जा पहुंचा लेकिन तब तक सबकुछ बरबाद हो चुका था।
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इन इलाकों में टिड्डियों ने मचाई तबाही 
तहसील मोंठ स्थित थाना समथर,पूंछ व मोंठ के ग्राम दतावली, खिल्ली, मढ़ोरा, पनाई, बसोबई, अमरौख, पचोवई, अमगांव, मगरौरा, मेरुआ और मउआखेड़ा आदि करीब डेढ़ दर्जन गांवों में देर शाम पाकिस्तानी टिड्डी दल ने अचानक हमला बोल दिया। टोढ़ी गांव इन सभी गांव के केन्द्र में है इसलिए टिड्डी दल के आक्रमण का दंश भी सबसे ज्यादा इसी गांव ने झेला है। इस गांव में सैकड़ों बीघा खेती का उजाड़ हो गया है। यहां बहादुर पाल, हिम्मत यादव, सिरमोहन सिंह, भारत सिंह, फूल सिंह, मनीराम, युवराज, माताप्रसाद, लल्लू, चन्द्र प्रकाश व अन्य तमाम किसानों के खेत टिड्डियों ने उजाड़ दिये। जिन दर्जन भर से अधिक गांवों का जिक्र ऊपर किया गया है उनमें पानी की व्यवस्था प्रचुर मात्रा में है इसलिए लोग यहां हरी सब्जियों का उत्पादन करते हैं। हरी सब्जियों में ककड़ी, रोसा, तोरई, लौकी, कद्दू, करेला, तरबूज, खीरा, खरबूज व कुछ किसान पिपरमेंट की खेती करते हैं। इसके चलते यह क्षेत्र सदैव हरा भरा दिखाई देता है।

बबूल के पेड़ों पर पत्तियां तक नहीं बच पायीं-किसान 
किसान गोकुल ने बताया कि उसके पास पांच बीघा जमीन है ओर उसने अपनी जमीन के अलावा भी कुछ जमीन कटती पर लेकर सब्जी लगाई थी। फसल अच्छी हो रही थी, बैंगन के पौधों पर फूल आ गए थे। जल्द ही फल भी उगने वाले थे। ऐसा माना जा रहा था कि इस बार फसल सारे दुखों को समाप्त कर देगी लेकिन बुधवार की शाम चन्द मिनटों में सबकुछ तबाह हो गया। खेतों में सब्जियों के ठूंठ के अलावा कुछ नहीं बचा है। खेत तो छोड़ बबूल के पेड़ों पर पत्तियां तक नहीं बच पायीं।

एक अन्य किसान देवीशरण ने बताया कि कई किलोमीटर तक फैले टिड्डी दल ने अचानक हमला बोलकर सब कुछ बरबाद कर दिया। बरबादी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खेतों में लगी हरी सब्जियां तो छोड़ो, खेतों की मेढ़ों पर लगे बबूल के पेड़ों में भी पत्तियां नहीं बची हैं। मोंठ तहसील क्षेत्र में प्रशानिक टीम लगातार घूम घूमकर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास करती दिखाई दी। चारों ओर डीजे की घुनें भी खेतों में सुनाई देती रही। गौरतलब है कि इससे पूर्व प्रशासन लाखों टिड्डियों को मार डालने का दावा भी कर चुका है। 


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Tamanna Bhardwaj

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