यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर छात्रों में मारपीट, जूनियर छात्रों ने विश्वविद्यालय के गेट पर काटा हंगामा

punjabkesari.in Thursday, Dec 22, 2022 - 05:51 PM (IST)

झांसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय गेट के बाहर लगातार दूसरे दिन जूनियर छात्रों ने जमकर हंगामा करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।  मारपीट की वारदात में गंभीर रूप से घायल छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीनियर छात्र जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग करते हैं, उनसे गलत काम करवाते हैं। नशे का सामान लाने को कहते हैं ,,क्लास रूम में घंटों खड़ा रखते हैं ,,विरोध करने पर सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को लामबंद होकर पीट देते हैं,,, ऐसी घटना कई बार हो चुकी है,,, सीनियर छात्रों की पिटाई से कई जूनियर छात्र गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं,,,, बावजूद इसके विश्वविद्यालय प्रशासन लॉर्डबुद्धा हॉस्टल में रहने वाले सीनियर छात्रों की करतूत पर कार्रवाई की बजाय पर्दा डाल देता है ,,,वही बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैगिंग के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कुलपति ने कहा कि खेल में हार जीत होने के चलते ही इस तरह की मारपीट सामने आई है ,,फिलहाल एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें सीनियर छात्र हाथों में डंडा लेकर जूनियर छात्रों को सड़क पर दौड़ाकर मार रहे हैं,, वहीं लगातार दूसरे दिन जूनियर छात्रों के हंगामा करने से मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

बता दें कि बुन्देलखंड यूनिवर्सिटी में दो गुट आमने-सामने आ गए। जिनमें एक गुट सीनियर्स का तो दूसरा जूनियर्स छात्रों का बताया गया। दोनों गुटों में रैगिंग को लेकर विवाद होना बताया जा रहा है। विवाद के दौरान पथराव और मारपीट हुई। जिसमें कई छात्र घायल हो गए।आरोप लगाते हुए बताया गया कि सीनियर्स छात्रों ने एंट्री लेने के लिए जूनियर छात्रों को हॉस्टल बुलाया। लेकिन, जूनियर्स छात्र कैंपस के बाहर किराए पर रहते हैं। इसलिए उन्होंने आने से मना कर दिया। इसी बात पर सीनियर्स नाराज हो गए। आरोप है कि 40- 45 सीनियर्स ने यूनिवर्सिटी कैंपस में कार्यक्रम देखने आए 12 जूनियर छात्रों की घेराबंदी करके लाठी-डंडों से पीटा।

छात्रों का कहना था कि वह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में न रहकर बाहर रहते है। लॉर्ड बुद्धा हॉस्टल के सीनियर रात को फोन करके रैगिंग के लिए बुलाते हैं। गालियां देते हैं। मैंने अपने एचओडी को बताया। उन्होंने कहा कि फोन स्विच ऑफ कर दो। तब उसने उनकी बात मान ली। हालांकि, फोन ऑन करते ही उनके कॉल दोबारा आने लगते हैं और पूछते हैं कि इंट्रो के लिए क्यों नहीं आ रहे हो? तब मैंने कहा कि हम बाहर रहते हैं, हॉस्टल में एंट्री देने नहीं आएंगे। क्योंकि, वे हॉस्टल बुलाकर इंट्रो के नाम पर 5-5 घंटे बैठकर रैगिंग करते हैं।

आरोप है कि फर्स्ट बैच के जो लड़के यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहते हैं उनसे मंगलवार को बाहर रहने वाले लड़कों की तस्वीर और वीडियो मंगवाए। हम इस बात को समझ नहीं पाए। कार्यक्रम खत्म होने पर बुधवार की शाम वह बाहर निकले तो हॉस्टल के 40 से 45 सीनियर लाठी-डंडे लेकर खड़े थे। तब जूनियर ने अपने साथियों को बुला लिया। दोनों के बीच बातचीत के दौरान विवाद हो गया। संख्या ज्यादा होने पर हॉस्टल के सीनियर ने जूनियर को पीट दिया।

हमले में फर्स्ट ईयर के दीपक वर्मा, साहिल सिंह, सेकंड ईयर के अंकित वर्मा और जीशाम के सिर पर चोट लगी है। इस दौरान पथराव शुरू हो गया। जूनियर स्टूडेंट्स बचने के लिए बाहर की तरफ भागे। तब सीनियर उनको दौड़-दौड़ाकर पीटने लगे। करीब 300 मीटर दूर कैंपस के बाहर बड़ी संख्या में जूनियर पहुंच गए। फिर रात 11 बजकर 30 मिनट पर जूनियर ने पीटते हुए सीनियर को खदेड़ दिया। कई घंटे तक दोनों तरफ से पथराव और हंगामा हुआ।


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Content Writer

Ramkesh

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