अयोध्या केस: कोर्ट में गर्मागर्म बहस के बाद कंधे पर हाथ डाले बाहर निकले परासरण और धवन
punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2019 - 02:18 PM (IST)
अयोध्या: अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट में लगातार 40 दिन तक चली सुनवाई बुधवार को समाप्त हो गई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। इससे पहले कोर्ट में हिंदू पक्षकार के वकील के. परासरण और मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने एक-दूसरे के खिलाफ जबरदस्त तर्क दिए। इतना ही नहीं अपने-अपने पक्ष को मजबूत और सच साबित करने में जुटे दोनों वकीलों में कई बार गर्मागर्म बहस भी हो गई। वहीं मामले की सुनवाई समाप्त होने के बाद एक अलग ही नजारा देखने को मिला।
दरअसल, रामलला विराजमान की तरफ से पेश वकील के परासरण और मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन एक-दूसरे की पीठ पर हाथ रखे बाहर निकले। कोर्ट में मौजूद दूसरे वकील और अन्य लोग भी इस नजारे को देख रहे थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट की कार पार्किंग में पहुंचकर परासरण धवन का इंतजार करने लगे। थोड़ी ही देर में राजीव धवन भी वहां पहुंचे। दोनों वकीलों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और फिर हंसते हुए वहां से चले गए।
अयोध्या मामले में अपनी जिरह से चर्चा में आए धवन
1994 में अयोध्या मामले में अपनी जिरह से चर्चा में आए राजीव धवन सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं। धवन ने कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल के साथ वकालत के गुर सीखे और फिर अपनी जिरह के बूते सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। धवन इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट में प्रोफेसर भी हैं। अयोध्या मामले में वे सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से केस लड़ रहे हैं।
अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया रह चुके हैं परासरण
वहीं रामलला विराजमान के वकील के परासरण सीनियर वकील हैं। 92 साल के परासरण तमिलनाडु में राष्ट्रपति शासन के दौरान 1976 में महाधिवक्ता रह चुके हैं। इसके अलावा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों के दौरान वो अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया भी रह चुके हैं। साल 2003 में उन्हें पद्म भूषण साल 2011 में पद्म विभूषण से सज्जित किया जा चुका है।
10 दिसंबर तक अयोध्या में धारा 144 लागू
उल्लेखनीय है कि, अयोध्या विवाद के संभावित फैसले को लेकर 10 दिसंबर तक यहां धारा 144 लागू कर दी गई है। डीएम अनुज कुमार झा ने बताया कि अयोध्या विवाद के संभावित फैसले, दीपोत्सव, चेहल्लुम व कार्तिक मेले को लेकर 2 महीने तक जनपद में धारा-144 लागू रहेगी। अयोध्या फैसले को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है।