''KGF'' की एक्ट्रेस श्रीनिधि शेट्टी ने पहचान छिपाकर महाकुंभ में लगाई डुबकी, सोशल मीडिया पर साझा किया अनुभव
punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2025 - 11:22 AM (IST)
PrayagRaj News: साउथ फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय अभिनेत्री श्रीनिधि शेट्टी, जो ‘केजीएफ’ फिल्म में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं, हाल ही में महाकुंभ में शामिल हुईं। उन्होंने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई, पूजा अर्चना की, रेती पर पैदल चलीं, और टेंट सिटी में रहकर आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया। श्रीनिधि शेट्टी अपने पिता के साथ महाकुंभ में पहुंची थीं और काले रंग के कपड़े पहने हुए थीं। पहचान छिपाने के लिए उन्होंने चेहरे पर मास्क भी लगा रखा था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
श्रीनिधि ने महाकुंभ के अपने अनुभव को सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम के जरिए साझा किया। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते हुए दिख रही हैं। इस वीडियो में वह लिखती हैं कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाऊंगी, वो भी मौनी अमावस्या के दिन। मुझे ईश्वरी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। हर हर गंगे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। श्रीनिधि वीडियो में नैनी के पुराने पुल तक जाती हुई, टेंट सिटी में आराम करते हुए, और पीठ पर बैग लटकाए घूमते हुए दिखाई दे रही हैं। इसके अलावा, स्विस कॉटेज के अंदर का उनका फोटो और वीडियो भी इंस्टाग्राम पर मौजूद है।
दिव्य अनुभव पर पोस्ट में लिखा
श्रीनिधि शेट्टी ने अपनी एक और पोस्ट में लिखा कि सचमुच ऐसा महसूस हो रहा है जैसे प्रयाग ने मुझे बुलाया हो। शुरुआत में मेरे पास कोई योजना नहीं थी, मैं काम में व्यस्त थी, फिर एक घटना से दूसरी घटना जुड़ी और मैंने फ्लाइट बुक की और बैकपैक लिया। मेरे पिताजी ने खुशी-खुशी मेरी सभी योजनाओं पर काम किया, और मुझे एहसास हुआ कि यह एक ऐसा अनुभव है जो जीवन भर याद रहेगा।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ का आयोजन इस समय प्रयागराज में हो रहा है, और इसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम स्थल पर आस्था का विशाल रेला उमड़ रहा है। पिछले 30 दिनों में लगभग 1.44 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया है। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से हुआ था, लेकिन 10 जनवरी से ही संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज पहुंचनी शुरू हो गई थी। महाकुंभ ने अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को फिर से साबित किया है और यह आयोजन पूरी दुनिया में अपनी विशेष जगह बना चुका है।