लॉकडाउन: जब 3 बेटों के बावजूद बहू ने दी सास की चिता को मुखाग्रि

punjabkesari.in Friday, Apr 03, 2020 - 06:31 PM (IST)

देवरिया: कोरोना महामारी के कारण देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू है। ऐसे में बहुत से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि घर में किसी की मौत हो जाने पर भी लोग नहीं पहुंच पा रहे है। ऐसा ही ताजा मामला देवरिया से आया है। जहां एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। उनके तीन बेटे रोजी-रोटी कमाने के चक्कर में बाहर गये थे।  लॉकडाउन की वजह से वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। मौके पर बहू ने चिता को मुखाग्रि  दी तो मौजूद लोगों के आंखों में आंसू छलक पड़ें।
 
बता दें कि यह मामला लार थाना क्षेत्र के तिलौली गांव  का है। जहां पर चंद्रशेखर की पत्नी नीतू देवी अपनी सास सुमित्रा देवी व तीन बच्चों को नगर के सोहनाग रोड स्थित एक किराये के मकान में रहती हैं। शुक्रवार को उनकी सास सुमित्रा देवी (70) की तबियत अचानक खराब हो गई। आसपास के लोगों की मदद से नीतू ने उन्हें एंबुलेंस से सीएचसी पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना बेटे को दी गई तो उसने लॉकडाउन में चलते अंतिम संस्कार में शामिल न होने की असमर्थता जताई।

बुजुर्ग महिला के तीनों बेटों ने मां का अंतिम संस्कार करा देने की बात कही। इस बहू ने सास को मुखाग्रि दी। वहीं जब इस घटना की जानकारी चेयरमैन को हुई तो उन्होंने मानवता दिखाते हुए महिला की मदद की। चेयरमैन जेपी मद्देशिया ने तत्काल महिला के शव को एक निजी वाहन से नदावर घाट पर पहुंचाया। बहू को मुखाग्रि देता देख कर लोगों की आंखे नम हो गई।


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Ajay kumar

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