UP: यूपी की 12 सीटों पर रिजल्ट घोषित, राहुल अखिलेश ने दर्ज की बड़ी जीत
punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2024 - 07:18 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर मतगणना जारी है। उत्तर प्रदेश में 80 सीटों पर बड़ा उलट फेर देखने को मिल रहा है। 38 सीट पर NDA प्रत्याशी आगे चल रहे हैं जबिक 41 सीट पर इंडिया गठबंधन आगे चल रहा है। अब तक यूपी 8 सीटों पर नतीजे भी घोषित कर दिए है।
यूपी की इन सीटों हाट सीटों पर देखें कहा किसने की जीत दर्ज
1- वाराणसी लोकसभा पर पीएम मोदी ने तीसरी बार जीत की दर्ज
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार 152513 वोट बड़ी जीत की है। कांग्रेस के अजय राय को152513 हार मिली है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से तीसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे है। प्रधानमंत्री मोदी 2014 और 2019 का चुनाव वाराणसी से जीत चुके हैं। इस बार उनके खिलाफ छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले 2014 के चुनाव में उनके खिलाफ 41 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे। वहीं 2019 के चुनाव में 26 उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान में उन्हें चुनौती दी थी। इस बार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में कांग्रेस के अजय राय और बसपा के अतहर जमाल लारी उनके सामने रहे।
2- रायबरेली लोकसभा सीट:- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से 388615 राहुल गांधी अगो चल रहे है। अब सिर्फ जीत के ऐलान होना बाकी है। वर्ष 2019 में अपनी मां सोनिया गांधी के जीत के अंतर से भी जीत दर्ज करने की उम्मीद है। सोनिया ने पिछले लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट पर 1,67,178 मतों से जीत हासिल की थी। पिछली बार भी दूसरे स्थान पर भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह ही रहे थे और उन्हें 3,67,740 मत हासिल हुए थे। राहुल वर्ष 2004 से 2019 तक अमेठी से कांग्रेस के सांसद रहे, लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें अमेठी से भाजपा की स्मृति ईरानी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। हालांकि वह वायनाड सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे। इस बार भी उनके अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं लेकिन पार्टी ने उन्हें रायबरेली से मैदान में उतारा है।
3- कन्नौज लोकसभा सीट:- कन्नौज लोकसभा सीट पर शुरुआती रुझान में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुब्रत पाठक से 135194 वोट से आगे चल रहे है। कन्नौज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं बीजेपी की ओर से सुब्रत पाठक मैदान में हैं वहीं बीएसपी ने इमरान बिन जफर को टिकट दिया है. इस बार कन्नौज से 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। 2019 में बीजेपी ने भेद दिया था सपा का किला 2019 लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव को हरा दिया था. जहां बीजेपी प्रत्याशी को 5,63,087 वोट मिले थे, वहीं डिंपल यादव 5,50,734 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहीं. इस चुनाव में कन्नौज लोकसभा सीट पर करीब 60 फीसदी मतदान हुआ था।
4- अमेठी लोकसभा सीट:- उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर एक लाख से अधिक मतों की बढ़त हासिल कर ली है। ईरानी ने 2019 में इस सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को पराजित किया था। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार शर्मा ने ईरानी पर 1,10,684 मतों की बढ़त हासिल कर ली है। यहां से भाजपा ने तीसरी बार स्मृति ईरानी को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने इस सीट को भाजपा से वापस लेने के लिए गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को स्मृति ईरानी के सामने खड़ा किया है। साल 2014 लोकसभा चुनावों में अमेठी लोकसभा सीट हारने के बाद भी स्मृति ईरानी ने अमेठी नहीं छोड़ा। बताया जाता है कि स्मृति ईरानी हारने के बाद भी अमेठी में डटी और जुटी रहीं. वह लगातार अमेठी की जनता से संवाद करती रहीं और अमेठी में अपनी पैठ को मजबूत करती रहीं. कहा जाता है कि उसी का असर था कि स्मृति ईरानी ने साल 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को हरा दिया।
5- मैनपुरी लोकसभा सीट:- मैनपुरी संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उप्र सरकार के मंत्री और भाजपा उम्मीदवार जयवीर सिंह को 2,21,639 मतों के अंतर से पराजित कर दिया है। सपा से डिंपल यादव, बीजेपी से जयवीर सिंह और बसपा से शिव प्रसाद यादव प्रत्याशी हैं। 2022 उपचुनाव में यहां डिंपल यादव ने चुनाव जीता था। 2014 के आम चुनाव में यहां SP के मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी, लेकिन आज़मगढ़ से भी जीतने की वजह से उन्होंने मैनपुरी से इस्तीफा दे दिया था, और उसी वर्ष हुए उपचुनाव में सपा के तेजप्रताप सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी, जिन्हें 6,53,686 वोट मिले थे, बीजेपी उम्मीदवार प्रेम सिंह 3,32,537 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे।
6-मथुरा लोकसभा सीट:- हेमा मालिनी 258231 इंडिया गठबंधन उम्मीदवार मुकेश धनगर से आगे चल रही है। मथुरा से भाजपा ने हेमा मालिनी उम्मीदवार है। कांग्रेस ने मुकेश धनगर और बसपा ने सुरेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पिछले दो लोकसभा चुनाव से यहां भाजपा की हेमा मालिनी सांसद हैं। इसके पहले साल 2009 में जब जयंत चौधरी यहां से सांसद बने थे, हेमा मालिनी ने 2,93,471 वोटों से नरेंद्र सिंह को हराया। हेमा को 60.88 पर्सेंट वोट मिले, उन्हें कुल 6,71,293 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के महेश पाठक रहे। उन्हें महज 28,084 वोट मिले।
7- लखनऊ लोकसभा सीट:- लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राजनाथ सिंह 64930 हजार वोट से आगे। लखनऊ से बीजेपी ने राजनाथ सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबिक सपा ने रविदास मेहरोत्रा को मैदान में उतारा है लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति की शुरुआत करने वाले मेहरोत्रा सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी लोगों में से हैं।
8 - गाजीपुर लोकसभा सीट:- गाजीपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अफजाल अंसारी 115717 वोट से आगे हैं, जो मुख्तार अंसारी के भाई वहीं, बीजेपी की तरफ से पारसनाथ राय चुनावी मैदान में है पिछले चुनाव (2019) में अफजाल अंसारी गाजीपुर सीट पर बीजेपी के मनोज सिन्हा को हराकर चुनाव जीते थे तब अफजाल बसपा के टिकट पर लड़े थे, लेकिन इस बार वह समाजवादी पार्टी से उम्मीदर हैं।
9 - कैराना लोकसभा सीट- कैराना सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी इकरा हसन ने जीत दर्ज की है।
10- आजमगढ़ लोकसभा सीट- आजमगढ़ लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव 122634 वोट से आगे चल रहे वही भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव पीछे चल रहे है।
11- गोरखपुर लोकसभा सीट:- रवीन्द्र शुक्ला उर्फ रवि किशन 893366 वोट से आगे चल रहे हैं।
12- नगीना लोकसभा सीट- पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं चंद्रशेखर ने 15 मार्च 2020 में आजाद समाज पार्टी (आसपा) का गठन किया था। आसपा नाम से पार्टी बनाई आसपा सिर्फ एक ही सीट नगीना पर चुनाव लड़ रही है। इस सीट से चंद्रशेखर खुद ही मैदान में है। उन्होंने इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को सीधी टक्कर देकर पहली जीत दर्ज की है। उन्होंने 149795 लाख वोट से चुनाव जीत लिया है। हालांकि अभी तक अधिकारिक ऐलान होना बाकी है।
13- कैसरगंज लोकसभा सीट:- यूपी के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के करण भूषण सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के भगतराम से 1,48,843 मतों के अंतर से चुनाव जीत गये। बीजेपी ने इस सीट पर WFI के पूर्व चीफ और कैसरगंज बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया था। कैसरगंज से बीजेपी प्रत्याशी करण भूषण सिंह की ऐतिहासिक जीत हुई है। कैसरगंज सीट से पिछले तीन चुनाव से बृजभूषण की जीत हुई थी और अब उनके बेटे करण ने इस सीट पर हासिल की है।
14- रामपुर लोकसभा सीट- उत्तर प्रदेश रामपुर लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार सपा के मोहिबुल्ला नदवी ने लोकसभा का चुनाव जीता दर्ज की है। भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी को 88 हजार वोटो से दी शिकस्त है। उन्होंने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेंगे। रामपुर लोकसभा सीट- उत्तर प्रदेश रामपुर लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार सपा के मोहिबुल्ला नदवी ने लोकसभा का चुनाव जीता दर्ज की है। भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी को 88 हजार वोटो से दी शिकस्त है। उन्होंने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेंगे।
15- फैजाबाद सीट:- यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से कुछ सीटों पर नतीजे भी आने शुरू हो गए है। उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई है। भाजपा के लिए यूपी में बड़ा झटका लगा है। फैजाबाद सीट पर बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह को हार का सामना करना पड़ा है इस सीट पर सपा उम्मीदवार सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की है। अयोध्या में विकास करना कोई काम नहीं आया। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला आया। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को रामलला के मंदिर की आधारशिला रखने अयोध्या आए। कोरोना के खतरे के बीच रामलला का मुद्दा देश भर में गरमाया। 22 जनवरी को इस साल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। इस समारोह में भाग लेने पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे थे। उनके साथ-साथ देश भर से विशिष्ट लोगों का यहां आगमन हुआ। हालांकि, विपक्ष का कोई भी नेता इस कार्यक्रम में भाग लेने नहीं आया। इस पर खूब राजनीति हुई। इसके बाद भी फैजाबाद सीट पर कोई असर नहीं पड़ा। इस सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा।
16- बलिया लोकसभा सीट:- इस बीच सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नीरज शेखर, समाजवादी पार्टी के सनातन पांडेय से हार गए हैं। नीरज शेखर 34 हजार 465 वोटों से हारे हैं. उनके मुकाबले में सनातन पांडेय को 3 लाख 26 हजार 435 वोट मिले. वहीं नीरज शेखर को 2 लाख 91 हजार 970 वोट मिले है। हालांकि अभी अधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।