लखनऊः नज्मा ने खुद उठाया सैनेटाइजेशन का बीड़ा, बुर्का व पीला ड्रम बना पहचान

punjabkesari.in Sunday, Jun 07, 2020 - 10:35 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए सरकार सतर्क है। इसके साथ ही सरकार लोगों को भी लगातार जागरुकता का पाठ पढ़ा रही है। ऐसे में कई जागरुक लोगों की वजह से कोरोना से बचाव का पाठ सफल होता दिख रहा है। इसी क्रम में मिसाल पेश की है लखनऊ की 29 वर्षीय उज्‍मा परवीन ने। उन्होंने सरकारी कर्मियों की लापरवाही को नजरअंदाज करते हुए अपने इलाके को खुद ही सैनेटाइज करने का फैसला लिया। इसके साथ ही वह शहर की पुरानी गलियों से लेकर हर जगह को सैनेटाइज करने में जुट गई हैं।

बता दें कि सैनेटाइजेशन का काम अब नज्मा की दिनचर्या में शामिल हो गया है। वह इस नेक काम में  26 अप्रैल के बाद से ही जुटी हुई हैं। वह रोज सुबह सैनेटाइजर से भरा हुआ ड्रम अपनी पीठ पर लादती हैं और निकल पड़ती हैं लखनऊ की उन पुरानी गलियों की तरफ, जिनकी तरह अभी तक स्‍थानीय प्रशासन का ध्‍यान नहीं पहुंचा है। वह रोजाना बालागंज, याहियागंज, ठाकुरगंज, सहादतगंज, चौक मार्केट और अमीनाबाद की तंग गलियों, मस्जिद, मंदिर सहित तमाम जगहों को सैनेटाइज करते हुए वापस अपने घर पहुंच जाती हैं। उनकी शुरुआती दिनों के बाद से एक भी दिन ऐसा नहीं गया, जब उज्‍मा ने इन इलाकों की एक-एक गली को सैनेटाइज न किया हो। आलम यह है कि पीले ड्रम के साथ छिड़काव की मशीन लिए बुर्के वाली महिला इन दिनों इलाके की पहचान बन चुकी हैं।

 


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Author

Moulshree Tripathi

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