''जिगाना'' — गैंगस्टरों का किलर हथियार! अतीक-अशरफ से लेकर रविंद्र-अरुण तक, एक ही पिस्टल की खौफनाक दास्तान

punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 09:29 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बदमाशों रविंद्र और अरुण को यूपी और हरियाणा STF ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दोनों के पास से जो हथियार बरामद हुआ, वो था 'जिगाना पिस्टल', जो आजकल अपराधियों की पहली पसंद बन चुका है। इस पिस्टल का इस्तेमाल ना केवल दिशा पाटनी के परिवार को डराने में किया गया, बल्कि इससे पहले माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में भी यही पिस्टल इस्तेमाल हुई थी। आइए जानते हैं क्या है जिगाना पिस्टल, इसकी खासियतें, कीमत और भारत में इसका नेटवर्क कैसे फैलता है।

क्या है जिगाना पिस्टल?
जिगाना पिस्टल तुर्की की कंपनी Girsan द्वारा बनाई गई एक सेमी-ऑटोमैटिक हैंडगन है। इसमें 9mm की गोलियां लगती हैं और ये आमतौर पर 15 राउंड की मैगजीन के साथ आती है।

खास डिजाइन:
- अमेरिकी कोल्ट 1911 और ब्राउनिंग हाई पावर से प्रेरित
- मजबूत, हल्की और कम झटका देने वाली पिस्टल
- फास्ट रीलोडिंग और सटीक फायरिंग

जिगाना पिस्टल की खास बातें:
स्मूद फायरिंग – गोली चलाते समय कम झटका आता है
जल्दी रीलोड होती है – एक के बाद एक फायरिंग करने में सहूलियत
छोटी और कॉम्पैक्ट साइज – आसानी से छिपाई जा सकती है
15 राउंड तक की मैगजीन – स्टैंडर्ड पिस्टल्स से ज़्यादा क्षमता
कम खराब होने वाली – गर्मी, धूल या तेज इस्तेमाल में भी जाम नहीं होती

भारत में प्रतिबंधित है जिगाना पिस्टल
भारत में यह पिस्टल अवैध है। इसका आयात या बिक्री कानूनन अपराध है। इसके बावजूद कई गैंगस्टर तस्करी के जरिए इसे मंगवाते हैं।

जिगाना की कीमत कितनी होती है?
बाजार                             कीमत (लगभग)
तुर्की में                              ₹4-6 लाख
भारत में (असली)               ₹10-12 लाख
फर्स्ट कॉपी/नकली               ₹2-5 लाख
जैसे-जैसे इसकी डिमांड बढ़ी है, कीमत भी आसमान छू रही है।

गैंगस्टर्स की पहली पसंद क्यों?
- छोटी और छुपाने में आसान
- सटीक निशाना लगाने में मददगार
- खतरनाक दिखने वाली – डर पैदा करती है
- अतीक अहमद जैसे अपराधी इसी पिस्टल के मुरीद हैं।

भारत में कैसे पहुंचती है जिगाना पिस्टल?
- पाकिस्तान और तुर्की से तस्करी
- नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ
- राजस्थान और यूपी में नकली कॉपी का लोकल नेटवर्क
- अंडरवर्ल्ड लिंक – जैसे डी-कंपनी और गोल्डी बरार गैंग

हाल ही में नेपाल से गिरफ्तार तस्कर 'सलीम उर्फ पिस्टल' ने खुलासा किया कि वह डी-कंपनी के लिए काम करता था और जिगाना की सप्लाई कराता था।


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Content Editor

Anil Kapoor

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