Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले के लिए हो रहा है व्यापक सौंदर्यीकरण, अयोध्या की तरह ही सजेगी संगम नगरी
punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2024 - 03:25 PM (IST)
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले को भव्य और दिव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार जोर-शोर से तैयारियां कर रही है। प्रशासन शहर के व्यापक सौंदर्यीकरण और साफ-सफाई के साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में काम कर रहा है। योगी सरकार ने शहरी क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के लिए व्यापक योजना शुरू की है। प्रयागराज का कायाकल्प अयोध्या में रामलला की नई मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान देखी गई विस्तृत सजावट की तरह होगा।
देश की वैश्विक ब्रांडिंग के लिए मंच के रूप में काम करेगा महाकुंभः योगी
सनातन परंपराओं की समृद्धि को दर्शाते हुए पूरे शहर में सैकड़ों स्तंभ, हरित पट्टी, बागवानी संवर्द्धन और विषयगत विकास किए जाएंगे। धार्मिक आस्था में डूबे शहर की भव्यता से आगंतुकों को अभिभूत करने की तैयारी की जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की और इसके प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महाकुंभ स्वच्छता, सुविधा और सुरक्षा के मामले में एक मानक स्थापित करे। मुख्यमंत्री के अनुसार, महाकुंभ 2025 सनातन भारतीय संस्कृति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है। यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश की वैश्विक ब्रांडिंग के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
इसकी भव्यता को दर्शाने के लिए सजाया जाना चाहिएः योगी
सीएम योगी ने इसके सफल आयोजन में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के महत्व पर जोर दिया, क्योंकि महाकुंभ भारत की प्राचीन संस्कृति का प्रतीक है। योगी ने कहा, ‘‘पूरे शहर को इसकी भव्यता को दर्शाने के लिए सजाया जाना चाहिए, जिसमें कुंभ की कहानियों और सनातन संस्कृति के प्रतीकों को दर्शाया जाना चाहिए। चौराहों पर कुंभ के लोगो लगाए जाने चाहिए और थीम आधारित द्वार, स्तंभ और लाइटिंग बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।''
शहरी मार्गों का भी किया जा रहा सौंदर्यीकरण
सीएम के विजन के अनुरूप प्रयागराज में 38 चौराहों का सौंदर्यीकरण चल रहा है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने यातायात घनत्व विश्लेषण के आधार पर डिजाइन विकसित करने के लिए एक एजेंसी के साथ सहयोग किया है। इसके अतिरिक्त, पांच साल की रखरखाव योजना के साथ हरित पट्टी और मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। कुल जंक्शनों में से 19 का निर्माण पीडीए, 15 का निर्माण पीडब्ल्यूडी और दो का निर्माण ब्रिज कॉर्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है। शहरी मार्गों का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, जिसमें 38 मार्गों (कुल 75 किमी) को बेहतर बनाया जा रहा है। मेला प्राधिकरण ने हरित पट्टी, बागवानी, भूनिर्माण विकास, विषयगत विकास और प्रत्येक मार्ग के लिए अंतर विश्लेषण की देखरेख के लिए आठ वास्तुकारों को नियुक्त किया है। इनमें से 36 मार्गों का सौंदर्यीकरण पीडीए और दो का पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है। लगभग 1 मिलियन वर्ग फीट की दीवारों पर स्ट्रीट आर्ट और भित्ति चित्र भी बनाए जाएंगे।