महाकुंभ: विवादों में घिरे अंबानी परिवार की पूजा कराने वाले निरंजन पीठाधीश्वर, तीर्थ पुरोहितों ने लगाए ये आरोप
punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2025 - 10:39 AM (IST)
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प्रयागराज: हाल ही में देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी अपनी पूरी परिवार के साथ महाकुंभ में शामिल हुए थे, लेकिन उनकी यात्रा के दौरान एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद संगम पर गंगा पूजा और आरती कराने को लेकर हुआ है, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि विवादों में घिर गए हैं। तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि स्वामी कैलाशानंद गिरि ने परंपरा को तोड़ते हुए अंबानी परिवार के लिए पूजा कराई और इसके बदले दक्षिणा ली।
'पूजा कराने का अधिकार केवल पंडों और तीर्थ पुरोहितों को'
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि संगम पर पूजा कराने का अधिकार केवल पंडों और तीर्थ पुरोहितों का है, और निरंजन पीठाधीश्वर ने इस अधिकार का उल्लंघन किया। उनका मानना है कि इस तरह की परंपरा से तीर्थ पुरोहितों का हक छीना गया है और इससे गलत परंपरा की शुरुआत हो सकती है। इस पर तीर्थ पुरोहितों ने कैलाशानंद गिरि से माफी की मांग की है। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर माफी नहीं मांगी गई तो वे सड़कों पर उतर सकते हैं।
परिवार से साथ महाकुंभ पहुंचे अंबानी
मुकेश अंबानी के साथ उनके परिवार के सदस्य भी महाकुंभ में शामिल हुए थे। 11 फरवरी को मुकेश अंबानी अपनी मां कोकिला बेन, बेटे आकाश और अनंत अंबानी, बहुएं श्लोका और राधिका मर्चेंट के साथ संगम पहुंचे थे। वहां स्वामी कैलाशानंद गिरि ने अंबानी परिवार के साथ स्नान करने के बाद गंगा का मंत्रोच्चारण करते हुए पूजा और आरती कराई। इस पूजा में मुकेश अंबानी की बहनें नीनाबेन और दीप्तिबेन, नीता अंबानी की मां पूर्णिमा दलाल और बहन ममता दलाल भी शामिल हुए थे। इस पूजा को लेकर तीर्थ पुरोहित समाज नाराज है। जय त्रिवेणी जय प्रयाग गंगा आरती सेवा समिति के अध्यक्ष प्रदीप पांडेय का आरोप है कि निरंजन पीठाधीश्वर ने प्रयाग तीर्थ की परंपरा तोड़ी है।