फिल्मी अंदाज में विवाहित मेहताब ने लड़की का दूसरी बार किया किडनैप, हॉस्पिटल आई नाबालिग को पहले पहनाया बुर्का फिर...
punjabkesari.in Friday, Feb 26, 2021 - 12:55 PM (IST)
आगराः उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सतर्क व सख्त है। एआरएस व मिशन शक्ति इसके उदाहरण हैं। इसके बावजूद बदमाशों के हौसले बुलंद है। ताजा मामला ताजनगरी आगरा का है। जहां हॉस्पिटल आई लड़की को विवाहित युवक मेहताब ने बुर्का पहनाकर शातिर तरीके से अगवा कर लिया। वहीं लड़की भी उसके साथ आसानी से जाती दिखाई दी।
बता दें कि मेहताब इसी मामले में एक बार जेल की हवा भी खा चुका है। इस बार उसने लड़की को गायब करने के लिए बिल्कुल अलग तरीका अख्तियार किया। बुआ के साथ दवा लेने हॉस्पिटल आई लड़की को उसने बुर्का पहनाया और अपने साथ बड़े आराम से लेकर निकल गया। इस दौरान साथ आई बुआ हॉस्पिटल पर बैठी इंतजार करती रह गई। वहीं सीसीटीवी फुटेज में नाबालिग लड़की बिना किसी दबाव के साथ उसके साथ जाते दिख रही है।
वहीं इस बाबत लड़की के परिवार वालों ने बताया कि अपहरण करने वाले शख्स का नाम मेहताब है। वह मेरठ का रहने वाला है। पुलिस मेहताब की तलाश में मेरठ समेत अन्य जगहों पर दबिश दे रही है। परिवारवालों ने पुलिस को बताया कि लड़की की उम्र 17 वर्ष है। मंगलवार को वह तारागंज क्षेत्र स्थित अपने घर से दयालबाग स्थित हॉस्पिटल में अपनी बुआ के साथ दवा लेने आई थी। बुआ हॉस्पिटल में बैठी रही और किशोरी गायब हो गई। घरवालों ने मेरठ के मेहताब राणा पर आरोप लगाया। कहा कि वही उनकी बेटी को उठाकर ले गया है। उसने इंटरनेट कॉल करके धमकी भी दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे। उसमें आरोपित मेहताब राणा ही निकला। किशोरी बुर्का पहनकर उसके साथ जाते हुए दिख रही थी।
इस बाबत एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि लड़की के पिता होटल कर्मचारी हैं। मेरठ निवासी मेहताब राणा भी उसी होटल में नौकरी किया करता था। वर्ष 2018 में उसने पहली बार किशोरी का अपहरण किया था। पुलिस मेरठ से उसके भाई को उठा लाई थी। दबाव में मेहताब के घरवालों ने किशोरी को मेरठ के एक थाने में पुलिस के सुपुर्द किया था। उसके कोर्ट में बयान दर्ज हुए थे। पुलिस ने बयानों के आधार पर पोक्सो और दुराचार की धारा बढ़ाई थी।
पुलिस ने आरोपी की पत्नी-भाभी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। आरोपी मेहताब राणा मेरठ में भावनपुर थाना क्षेत्र के रसूलपुर औरंगाबाद गांव का रहने वाला है। वहीं पूरे प्रकरण में ताजगंज पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। वर्ष 2018 में मेहताब राणा के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज हुआ था, उसमें वह जेल गया था। इस मुकदमे में पुलिस ने दानेश सहित दो नामों की बढ़ोत्तरी की थी। इन दोनों की गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई है।