बसपा सुप्रीमो Mayawati का केन्द्र पर निशाना,कहा- ''हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सरकार चुप है, अर्थव्यव्स्था का क्या होगा?''
punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2023 - 02:19 PM (IST)

लखनऊ(अश्वनी सिंह): देश के जाने माने उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg Report) की एक रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। इतना ही नहीं गौतम अडानी (Gautam Adani) भी उद्योगपतियों की लिस्ट में काफी पीछे रह गए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं। इस बीच अडानी के ग्रुप सीएफओ (CFO), जुगशिंदर सिंह ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट निराधार है और ग्रुप को बदनाम करने की दुर्भावना से प्रेरित है। इसमें निवेशकों के भी करोड़ों रुपए डूब गए हैं, जिसको लेकर विपक्षी पार्टियां अब सवाल खड़े कर रही हैं।
1. देश में पिछले दो दिनों से गणतंत्र दिवस से ज्यादा प्रमुख अदाणी उद्योग ग्रुप के सम्बंध में अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग की आई निगेटिव रिपोर्ट व उसका शेयर बाजार पर व्यापक बुरा प्रभाव आदि काफी चर्चाओं में है। सरकार चुप है जबकि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई उससे जुड़ी हुई है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) January 28, 2023
जानकारी के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में पिछले दो दिनों से गणतंत्र दिवस से ज्यादा प्रमुख अदाणी उद्योग ग्रुप के सम्बंध में अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग की आई निगेटिव रिपोर्ट व उसका शेयर बाजार पर व्यापक बुरा प्रभाव आदि काफी चर्चाओं में है। सरकार चुप है जबकि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई उससे जुड़ी हुई है।
2. शेयरों में धोखाधड़ी आदि के आरोपों के बाद अदाणी की सम्पत्ति में 22.6 अरब डालर की कमी व उनके विश्व रैंकिंग घटने से ज्यादा लोग इससे चिन्तित हैं कि सरकार ने ग्रुप में जो भारी निवेश कर रखा है उसका क्या होगा? अर्थव्यवस्था का क्या होगा? बेचैनी व चिन्ता स्वाभाविक। समाधान जरूरी। 2/3
— Mayawati (@Mayawati) January 28, 2023
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि शेयरों में धोखाधड़ी आदि के आरोपों के बाद अदाणी की सम्पत्ति में 22.6 अरब डालर की कमी व उनके विश्व रैंकिंग घटने से ज्यादा लोग इससे चिन्तित हैं कि सरकार ने ग्रुप में जो भारी निवेश कर रखा है उसका क्या होगा? अर्थव्यवस्था का क्या होगा? बेचैनी व चिन्ता स्वाभाविक। समाधान जरूरी।
3.संसद के 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के प्रारंभ में ही सरकार को इस मुद्दे पर विस्तार से स्वयं ही वक्तव्य सदन के दोनों सदन में रखना चाहिए ताकि पूरे देश में व खासकर अर्बन मिडिल क्लास परिवारों में आर्थिक जगत तथा अदाणी ग्रुप आदि को लेकर छाई बेचैनी व मायूसी थोड़ी कम हो सके। 3/3
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आपको बता दें कि मायावती ने तीसरा ट्वीट कर लिखा है कि संसद के 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के प्रारंभ में ही सरकार को इस मुद्दे पर विस्तार से स्वयं ही वक्तव्य सदन के दोनों सदन में रखना चाहिए ताकि पूरे देश में व खासकर अर्बन मिडिल क्लास परिवारों में आर्थिक जगत तथा अदाणी ग्रुप आदि को लेकर छाई बेचैनी व मायूसी थोड़ी कम हो सके।