Breaking: विदेशी फडिंग मामले में NIA का छापा, मुफ्ती को हिरासत में लेने पर हंगामा...उग्र हुई भीड़ तो करना पड़ा रिहा
punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2024 - 02:10 PM (IST)
झांसी ( मो. शहजाद ): यूपी के झांसी जिले में यूपी ATS के साथ NIA ने विदेशी फडिंग मामले में बुधवार रात 2.30 बजे सुपर कॉलोनी में मुफ्ती के घर पर छापा मारा था। जिसके दौरान NIA ने शहर काजी के भतीजे मुफ्ती खालिद नदवी को हिरासत में ले लिया, लेकिन इसकी खबर जैसे ही फैली तो उसके समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। लेकिन बाद में फिर टीम के साथ मुफ्ती को पूछताछ के लिए भेज दिया गया।
भीड़ बढ़ रही थी हालात बिगड़ रहे थे। इसी दौरान NIA की टीम ने मुफ्ती खालिद नदवी के समर्थकों को समझाने की कोशिश की लेकिन लेकिन मुफ्ती के समर्थक बहस करने लगे। भीड़ में कुछ लोग उग्र हो गए। देखते ही देखते वहां 200 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई। मुफ्ती को छुड़ाकर ले जाने लगी। एनआईए टीम ने लोगों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने और मुफ्ती को खींचकर अपने साथ ले गए। पूरी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के अलीगोल खिड़की के पास सलीम बाग की है।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
झांसी में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने बुधवार थाना कोतवाली क्षेत्र में सलीम बाग के पास सुपर कॉलोनी में छापेमारी की। यह कार्रवाई विदेशी फंडिंग और संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े मामले को लेकर की गई है। इस छापेमारी में मुफ्ती खालिद अंसारी नदवी के घर की तलाशी ली गई। खालिद बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाते हैं और उनके ऑनलाइन क्लासेस में देश-विदेश के लोग जुड़े रहते हैं। सुत्रों की माने तो एजेंसी को जानकारी मिली थी कि इन गतिविधियों के जरिए विदेशी फंडिंग प्राप्त की जा रही है।
बताया जा रहा है कि खालिद अंसारी शहर काजी के सगे भतीजे है, उनकी उम्र करीब 30 साल है। NIA टीम ने उनके घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा जाएगा।NIA को खालिद के विदेशी संपर्कों की जानकारी मिली थी। इस मामले में स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी सहयोग कर रहे हैं।NIA की इस कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में हलचल तेज हो गई है। स्थानीय लोग इस मामले को लेकर चर्चा कर रहे हैं, जबकि सुरक्षा एजेंसियां मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं।
छापेमारी के बाद खालिद अंसारी से पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में NIA और स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। एनआईए की टीम जब खालिद अंसारी को साथ में लेकर जा रही थी तो स्थानीय लोगों से टीम की हॉट टॉक भी हुई है और स्थानीय लोगों ने खालिद अंसारी को टीम के साथ जाने नहीं दिया है फिलहाल इस पूरे मामले की जांच पड़ताल अभी भी चल रही है।
शहर काजी का बयान आया सामने
वहीं, इस मामले को लेकर शहर काजी मुफ्ती साबिर अंसारी ने बताया कि मेरा भतीजा है मुफ्ती खालिद नदवी। वो धार्मिक तौर पर यानी विश्वभर के बच्चों को उर्दू और कुरान-ए-करीम पढ़ाता है। रात में 3 बजे एनआईए की टीम आई। उनसे पूछताछ कि लेकिन कुछ नहीं पाया। उसके बाद वो कह रहे थे कि पुलिस लाइन में पूछताछ करने ले जा रहे हैं। यहां की जनता ने कहा कि जब उन्होंने कुछ किया नहीं है तो आप यहीं पूछिए। उन्हें ले जाने की क्या जरूरत है। खालिद ऑनलाइन टीचिंग करते हैं। 10-12 साल से पढ़ा रहे हैं। हम चाहते हैं कि इंसाफ हो और बेहतर से बेहतर बात हो। NIA वालों ने कुछ बताया नहीं है। बस ये कि मकतब में पढ़ाते हैं। घर से कम्प्यूटर और पढ़ाने की चीज को ले लिया है।