बेटे की मौत का सदमा नहीं बर्दाश्त कर सकी मां, शव देखते ही तोड़ा दम, परिवार से एक साथ उठी दो अर्थियां
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 07:56 PM (IST)

इटावा (अरवीन) : इटावा में देर रात अज्ञात वाहन ने रोड़वेज से रिटायर्ड कर्मी के बेटे को रौंद दिया। युवक घर वापस आने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा था। तभी यह हादसा हुआ। राहगीरों और पुलिस की मदद से युवक को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर भाई और मां अस्पताल पहुंचे वहां बेटे का शव देखकर मां ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया। युवक के शव को पुलिस ने पंचायतनामा भरवाकर पोस्टमार्टम करवाया। एक ही साथ घर से मां-बेटे की अर्थी उठी। जिसे देख मौहल्ले में मातम पसर गया और परिवार, रिश्तेदार मौहल्ले के लोग नम आंखों से शव यात्रा में शामिल हुए। घटना मैनपुरी फाटक रेलवे ओवरब्रिज सिविल लाइंस क्षेत्र की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक रोडवेज से रिटायर्ड सीनियर फोरमैन के 32 वर्षीय शिवम श्रीवास्तव पुत्र सतीश कुमार निवासी चौगुर्जी इटावा बीते गुरुवार देर रात करीब 11 बजे आईटीआई की ओर से अपने घर वापस आ रहा था। तभी किसी अज्ञात वाहन ने शिवम को रौंद दिया। जिसके बाद घटना स्थल से गुजर रहे राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची सिविल लाइन थाना पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने शिवम का परीक्षण कर उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना की जानकारी पर बड़ा भाई शुभम और उसकी मां 59 वर्षीय वंदना श्रीवास्तव देर रात जिला अस्पताल पहुंचे, जहां छोटे बेटे को मृत अवस्था में देख मां की हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने ऑक्सीजन और इंजेक्शन भी दिया लेकिन मां वंदना श्रीवास्तव ने दम तोड़ दिया। यह घटना देख परिवार और रिश्तेदारों में कोहराम मच गया।
बड़े बेटे शुभम ने बताया कि मेरा भाई काम के सिलसिले में कहीं गया हुआ था। मां लगातार उसको फोन कर रही थी, तो उसने बोला कि आधा घंटे में घर पहुंच रहे हैं। लेकिन जब वह घर नहीं पहुंचा तो, मां ने करीब 11 कॉल उसको किया, लेकिन फोन नहीं उठा। जब उसको आखिरी कॉल किया तो किसी अनजान व्यक्ति ने फोन उठाया और बताया कि आपके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है और वह जिला अस्पताल में है, आप लोग वहां पहुंचे। इसके बाद मां ने जानकारी मुझे दी तो मैं और मेरी मां रात में ही जिला अस्पताल पहुंचे। जहां देखा कि मेरा भाई को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। इसी घटना को देखकर वह काफी द्रवित हो गई और उनकी अचानक तबियत बिगड़ गई। डॉक्टर ने उनको ऑक्सीजन और इंजेक्शन दिया लेकिन उनकी हालत बिगड़ती चली गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। घर में छोटा होने के कारण मेरी मां को उससे अधिक लगाव था जिसका कारण उनको सदमे से हार्ड अटैक आ गया।