नोएडा के नामी अस्पताल के डॉयरेक्टर को कानपुर ''करौली बाबा'' के समर्थकों ने पीटा, पीड़ित डॉ. के पिता बोले- ''ऐसे फ्रॉड के खिलाफ कार्रवाई जरूरी''
punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2023 - 12:34 PM (IST)
नोएडा/कानपुर(गौरव गौर): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां नोएडा के रहने वाले एक डॉक्टर (Doctor) ने कानपुर में करौली बाबा (Karauli Baba) और उसके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज (FIR) करवाया है। डॉक्टर (Doctor) का आरोप है कि चमत्कार को लेकर सवाल करने पर नाराज बाबा समर्थकों ने उनके साथ मारपीट (Beating) की है, जिससे पीड़ित को गंभीर चोट आई है।
पीड़ित डॉक्टर सिद्धार्थ नोएडा के एक नामी अस्पताल के हैं डॉयरेक्टर
मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़ित डॉक्टर सिद्धार्थ नोएडा के एक नामी अस्पताल के डॉयरेक्टर हैं। वह अपने पिता के साथ कानपुर देहात स्थित करौली बाबा के आश्रम में बीते 22 फरवरी को पहुंचे थे। वे घर में कुछ परेशानियां होने के कारण करौली बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए गए थे। आश्रम में जाने के बाद जब डॉक्टर सिद्धार्थ का नंबर आया तो डॉक्टर सिद्धार्थ ने अपनी परेशानियां बताकर चमत्कार करने को कहा। जिसके बाद बाबा ने सिद्धार्थ को वहां से भगा दिया।
करौली बाबा के 15-20 समर्थकों ने उनके साथ जमकर की मारपीट: पीड़ित
पीड़ित का आरोप है कि उसके बाद बाबा के 15 से 20 समर्थकों ने उनके साथ जमकर मारपीट की। बुजुर्ग पिता अपने बेटे को पिटता देख बचाने आए तो उन्हें भी घसीट के भगा दिया गाय। किसी तरह पिता बेटे सिद्धार्थ को बचाकर बाहर ले गए। मारपीट के कारण डॉक्टर सिद्धार्थ की नाक टूट गई है, सिर फूट गया है, और शरीर में गहरी चोटें आई हैं। इस मामले को लेकर बाबा और उसके समर्थकों के खिलाफ कानपुर में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
कानपुर के एक अस्पताल में पीड़ित के सिर में लगाए गए टांके
पीड़ित डॉ. सिद्धार्थ के पिता डॉ. वीरेंद्र चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अपने बेटे को लेकर बीते 22 फरवरी को बाबा करौली सरकार के दरबार में कानपुर देहात पहुंचे थे। बाबा से चमत्कार दिखाने के बात को लेकर बेटे की बहस हुई, उसके बाद उनके समर्थकों ने बेटे के साथ खूब मारपीट की। कानपुर में ही एक जानकार के अस्पताल में बेटे के सिर में टांका लगवाए गए हैं।
ऐसे फ्रॉड बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि सनातन संस्कृति बनी रहे: डॉक्टर वीरेंद्र
उन्होंने बताया कि नोएडा वापस आने के बाद कुछ दोस्तों ने उन्हें घटना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए कहा। जिसके बाद 18 मार्च को डॉ. वीरेन्द्र चौधरी अपने बेटे डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी के साथ कानपुर जाकर पुलिस कमिश्नर से मिले और करौली बाबा और उसके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। डॉ. वीरेंद्र ने आरोप लगाया है कि बाबा करौली खुद को किसान नेता बताता है और उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज है। डॉ. वीरेंद्र ने कहा कि ऐसे फ्रॉड बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ताकि सनातन संस्कृति बनी रहे।