नोनहरा हत्याकांड: मृतक का भाई बोला कुछ लोगों के बहकावे में आकर गलत बयान दे दिया... CM योगी से न्याय की उम्मीद

punjabkesari.in Sunday, Sep 14, 2025 - 08:17 PM (IST)

गाजीपुर (मो०आरिफ अहमद): उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नोनहरा थानाक्षेत्र में बीते दिनों भाजपा के दिव्यांग कार्यकता की मौत मामले में मृतक सियाराम उपाध्याय के भाई शशिकान्त उपाध्याय का नया बयान सामने आया है। मृतक के भाई शशिकांत ने मामले की जांच को लेकर योगी सरकार पर पूरा भरोसा जताया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ उनके परिवार के साथ पूरा न्याय करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर उन्होंने गलत बयान दे दिया था।

 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर मृतक के भाई ने जताया भरोसा 
शशिकांत ने मृतक बीजेपी कार्यकर्ता सियाराम के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ हुआ है। इस मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतक सियाराम उपाध्याय के भाई शशिकांत उपाध्याय के वीडियो के साथ X पर लिखा था कि भाजपा जाये तो न्याय मिले। जबकि मामले पर गाजीपुर एसपी ईरज राजा ने बयान देते हुए कहा कि 11 सितम्बर को सियाराम उपाध्याय की मृत्यु हुई थी।उसके बाद पुलिस पर कई आरोप लगे थे।

 


6 पुलिसकर्मियों निलंबित और 5 लाइन हाजिर
एसपी ने कहा कि इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के तत्काल आदेश दे दिये गये थे और 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित और 5 को लाइन हाजिर किया गया था। मजिस्ट्रेट जांच में जो तथ्य आयेंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहाकि परिजनों की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। पुलिस उनका पूरी तरह से सहयोग करेगी।

 

दिव्यांग की बर्बरता पूर्वक पिटाई का लगा था आरोप 
गौरतलब है कि बीते 11 सितंबर को नोनहरा थाना क्षेत्र के गठिया गांव में बिजली के खंभे लगाने के विरोध में नोनहरा थाने पर धरना के दौरान बर्बरता पूर्वक पुलिस पिटाई में घायल दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उफर् जोखू उपाध्याय की मौत हो गई थी। उनका पूरा शरीर पिटाई से काला पड़ गया था। पुलिस पिटाई के बाद डर के कारण ठीक से उपचार भी नहीं हो सका। कार्यकर्ता की मौत के बाद सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने करीब 15 घंटे तक लाश उठाने नहीं दिया।

मांग थी कि नोनहरा थानाध्यक्ष समेत पूरे थाने के सिपाहियों को बर्खास्त करने के साथ ही हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा के गांव पहुंचने पर भी उग्र भीड़ ने नारेबाजी की। एसपी ने थानाध्यक्ष सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित और पांच को लाइन हाजिर कर दिया। एसपी की पहल पर डीएम अविनाश कुमार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।


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Content Writer

Ramkesh

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