उद्घाटन कर बोले PM मोदी- 'देश का भाग्य बदलेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे'

punjabkesari.in Saturday, Feb 29, 2020 - 03:33 PM (IST)

चित्रकूटः चित्रकूट पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बटन दबाकर शिलान्यास किया। बता दें कि PM प्रयागराज से सीधे चित्रकूट के भरतकूप स्थित गोड़ा गांव पहुंचे। जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतीक चिह्न भेंट करके स्वागत किया। इस दाैरान सभा काे संबाेधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से देश का भाग्य बदलेगा। 
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PM ने देखी चित्रकूट धाम की ऐतिहासिकता
चित्रकूट पहुंचे PM ने सबसे पहले धाम की ऐतिहासिकता की प्रदर्शनी को देखा और फिर इसके बाद मंच पर पहुंचे। PM ने बटन दबाकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया। इस दौरान बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की जानकारी स्क्रीन पर एक क्लिप के जरिए दी गई। इससे पहले औद्योगिक विकास मंत्री ने एक्सप्रेस वे और डिफेंस कॉरीडोर के बारे में बताया।

पंडाल में लगे ‘जय श्रीराम’ के नारे
PM  के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही पंडाल में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के जयकारे गूंजते रहे। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने मंच से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत सभी अतिथियों का स्वागत किया। इसके साथ वह किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित करेंगे।
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देश के 25 लाख किसानों को वितरित करेंगे मुफ्त किसान क्रेडिट कार्ड
देश के 25 लाख किसानों को मुफ्त किसान क्रेडिट कार्ड वितरण को मूर्तरूप देंगे। मंच पर पीएम मोदी यूपी के साथ ही कर्नाटक, आसोम समेत नौ राज्यों के किसानों को अपने हाथों से किसान क्रेडिट कार्ड सौंपेंगे। चित्रकूट प्रधानमंत्री के स्वागत को मंच तैयार है। हेलीपैड से मंच के बीच कृषि योजनाओं, बुंदेलखंड की पेयजल योजनाओं, चित्रकूट के पौराणिक, ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों की चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई है। साथ मे बुंदेली लोकनृत्य को लेकर विशेष आयोजन को सांस्कृतिक मंच भी सजाया गया है।

PM को सुनने का उत्साह, पहुंचने लगे लोग
बुंदेलखंड के लोगों में पीएम मोदी को सुनने का खासा उत्साह दिखाई पड़ रहा है। झांसी मीरजापुर हाईवे पर पैदल लोगों के जत्थे जनसभा स्थल की ओर बढ़ रहे हैं। जनसभा स्थल को 48 ब्लॉक में बांटकर बैठने की व्यवस्था की गई है।

एफपीओ की भी शुरुआत
PM  चित्रकूट में देशभर में 10,000 किसान उत्पादक संगठनों की भी शुरुआत करेंगे। करीब 86 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत हैं, जिनके पास देश में औसतन जोत क्षेत्र 1.1 हेक्टेयर से भी कम है। किसानों की आय दोगुना करने की रिपोर्ट में 2022 तक 7,000 FPO के गठन की सिफारिश की गई है। केंद्र सरकार ने अगले 5 साल में किसानों के लिए भारी उत्पादन के कारण लागत में बचत सुनिश्चित करने के लिए 10,000 नए FPO का गठन करने की घोषणा की है। 

 


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Ajay kumar

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