बहुचर्चित हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिले राहुल गांधी, परिजनों ने की प्रशासन के अधिकारियों की शिकायत
punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2024 - 01:36 PM (IST)
हाथरस ( सूरज मौर्य ): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 2020 में हुए बहुत चर्चित बिटिया कांड ने देश और प्रदेश की राजनीति को हिलाकर रख दिया था। इसको लेकर सियासत इतनी गर्मा गई थी कि विपक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार आमने सामने आ गई थी। उस समय राहुल गांधी सहित विपक्षी पार्टियों के सभी नेताओं को गांव में आने जाने पर रोक लगा दी गई थी। यही वह गांव है जहां सत्ता पक्ष में अभी गठबंधन के साथ बैठे जयंत चौधरी के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था। लेकिन आज राहुल गांधी एक बार फिर उसी पीड़ित परिवार मिलने उनके गांव बुलगढ़ी पहुंचे है।
राहुल गांधी के बुलगढ़ी गांव पहुंच कर पीड़ित परिवार से करीब 40 मिनट की मुलाकात करी।राहुल गांधी के साथ हाथरस जिले के अन्य पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे।राहुल के अचानक आने से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया।पीड़ित परिवार आज भी सीआरपीएफ की सुरक्षा के घेरे में रह रहा है। आपको बता दें कि कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव बुलगढ़ी में 14 सितंबर 2020 को गांव के ही चार युवकों पर एक दलित बेटी के साथ दरिंदगी करने का आरोप लगा था।इसके बाद 29 सितंबर 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने बिना घर वालों की सहमति के युवती के शव का रात में ही अंतिम संस्कार किया था।
हाथरस कांड की जांच CBI ने की थी
यह मामला देशभर में सुर्खियों में रहा है। पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। हाथरस कांड की जांच CBI ने कर दी थी। सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी थी।मामला कोर्ट में चल रहा है। वही हाथरस कोर्ट ने इस पूरे मामले में 3 आरोपियों को बरी कर दिया है और एक आरोपी संदीप को दोषी मानते हुए कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है।
राहुल ने 40 मिनट तक की मुलाकात
राहुल गांधी दिल्ली से करीब 11:36 पर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे इसके बाद उन्होंने पीड़ित परिवार से करीब 40 मिनट की मुलाकात करी और उसके बाद बिना मीडिया कर्मियों से बात किया कि वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हालांकि उनके हाथरस आने के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में इस सर्दी में भी गर्मी पैदा कर दी है।
मिली जानकारी ने अनुसार पीड़ित परिवार ने प्रशासनिक अधिकारियों की शिकायत राहुल गांधी से की है, कि प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उनकी जमीन को अवैध कब्जा बताते हुए पैमाइश कराई गई थी।जिसके बाद राहुल गांधी ने जिले के अधिकारियों को बुलाया लेकिन कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा।जिसके बाद राहुल गांधी के साथ आए लोगों ने घर से बाहर आकर एसडीएम सदर का मोबाइल नंबर मांगा था। जिसके बाद राहुल गांधी की डीएम और एसडीएम से फोन पर बात करी।