बिहार में हुई जातीय जनगणना पर राजभर का बड़ा बयान, कहा- लालू-नीतीश ने अति पिछड़ों के साथ किया भेदभाव
punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2023 - 01:01 AM (IST)

Ballia News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बिहार में हुई जातिगत जनगणना पर सवाल उठाते हुए सोमवार को कहा कि सामाजिक न्याय की दुहाई देने वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) संस्थापक लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 36 फीसदी अतिपिछड़ी जातियों के साथ भेदभाव किया है।
जातिगत जनगणना में 36 प्रतिशत अतिपिछड़ी जातियों का आंकड़ा
ज़िले के मीरनगंज स्थित पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पर देर शाम पत्रकारों से बातचीत में राजभर ने कहा कि बिहार में हुई जातिगत जनगणना में 36 प्रतिशत अतिपिछड़ी जातियों का आंकड़ा आया है। सामाजिक न्याय की दुहाई देने वाले राजद नेता लालू प्रसाद यादव और जदयू नेता नीतीश कुमार ने इन 36 प्रतिशत अति पिछड़ी जातियों के साथ भेदभाव किया है। लालू या नितीश ने कभी भी इन 36 फीसदी आबादी में से किसी भी जाति को कभी भी सामाजिक न्याय के दायरे में लाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंचाया। आठ-आठ बार नितीश कुमार मुख्यमंत्री हुये और खुद लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी मुख्यमंत्री रहीं, ये सामाजिक न्याय नहीं होता है।
जातीय जनगणना में राजभर जातियों के साथ किया गया अन्याय
उन्होंने नीतिश कुमार सरकार पर जातीय जनगणना को लेकर राजभर जातियों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए कहा कि जनगणना में त्रुटि हुई है। राजभर ने कहा, बिहार के 26 जिला में मै घूमा हूं। बड़ी संख्या में राजवंशी, भर व राजभर के बीच जाता हूं। दस से पंद्रह हजार अलग-अलग जिलों में इकठ्ठा होते हैं, लेकिन आंकड़ा प्रतिशत में भी नहीं आया है। ये प्रश्न चिन्ह्न तो है कि जो जातियां राजनीति में हैं, उनकी गिनती तो ठीक से हो गई।
बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हैं। बिहार राज्य के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिनमें 36 प्रतिशत के साथ ईबीसी सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद ओबीसी 27.13 प्रतिशत हैं।
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