कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर भव्य बने अयोध्या में राम मंदिरः साधु-संत

punjabkesari.in Thursday, Jan 02, 2020 - 02:22 PM (IST)

अयोध्याः अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट  का फैसला आने के बाद देश भर में खुशी की लहर दौड़ गई है। मंदिर निर्माण को लेकर कामों में तेजी देखी जा रही है। इसी बीच राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल पर साधु-संतों ने सवाल खड़ा कर राम जन्मभूमि मंदिर के मॉडल को बहुत ही छोटा बताया है।

बता दें कि द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य श्रीधरानंद ने अयोध्या में प्रस्तावित राम जन्मभूमि मंदिर के मॉडल को बहुत ही छोटा बताया। उन्होंने कहा कि मंदिर को कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर भव्य बनाया जाए। श्रीधरानंद ने कहा कि सैंकड़ों सालों बाद रामलला को न्याय मिला है, अयोध्या राम मंदिर का फैसला रामलला के पक्ष में आया है इसलिए अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भगवान राम का मंदिर बनाने के लिए भूमि की कोई कमी नहीं है। सरकार यदि भव्य मंदिर नहीं बनवा सकती है तो यह काम साधु संतों के हाथ में सौंप देना चाहिए। रामलला के मंदिर निर्माण में अभी दो से तीन सालों का समय लग सकता है। इसलिए भगवान राम के विग्रह को स्थापित करने के लिए चंदन की लकड़ी से जड़ा सोने का एक मंदिर तैयार हो रहा है। जिसका मॉडल प्रयागराज के माघ मेले में संगम किनारे रखा जाएगा। मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालु उसे देख सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया की राम मंदिर का नया मॉडल कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती द्वारा तैयार कराया जा रहा है। उसे भी माघ मेले में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा।


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Tamanna Bhardwaj

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