BJP के साथ मिल कर लड़ेंगे UP में विधानसभा चुनाव, BSP का काटेंगे वोट: रामदास अठावले

punjabkesari.in Thursday, Sep 16, 2021 - 10:10 AM (IST)

गोरखपुर: यूपी विधानसभा चुनाव ( UP Assembly Election) को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने जोड़ तोड़ में लगी हुई हैं। इस बीच रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने गोरखपुर (Gorakhpur) में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम, दलित तथा पिछड़े वर्गों के दबदबे वाली 10-12 सीटों पर भाजपा (BJP) के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ सकती है। साथ ही रामदास आठवले ने कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद बसपा (BSP) के वोट बैंक में सेंध लगाकर उसे नुकसान पहुंचाएंगे। इससे बीजेपी को काफी फायदा होगा। बहुजन कल्याण यात्रा (Bahujan Kalyan Yatra) के जरिए पार्टी अपनी ताकत दिखाएगी।
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उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से बातचीत की जा रही है। आरपीआई केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की एक घटक है और अठावले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री हैं। 

'सबका साथ सबका विकास' की भावना पर विश्वास करती है बीजेपी 
केंद्रीय मंत्री अठावले ने बताया कि उनकी पार्टी आगामी 26 सितंबर को सहारनपुर में 'बहुजन कल्याण यात्रा' के जरिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी अपने अभियान की शुरुआत करेगी जिसका समापन 18 दिसंबर को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर पार्क में एक विशाल रैली के तौर पर होगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि न तो भाजपा और न ही प्रधानमंत्री मोदी मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हैं और वे 'सबका साथ सबका विकास' की भावना पर विश्वास करते हैं। 

देश के 80% किसान अब भी मोदी और भाजपा के साथ हैं- अठावले 
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी आंदोलन के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वे किसान समुदाय से नहीं आते हैं तथा सच्चाई यह है कि देश के 80% किसान अब भी मोदी और भाजपा के साथ हैं। अठावले ने अंतरजातीय विवाह की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सामाजिक समरसता लाने के लिए यह एक प्रभावशाली रास्ता है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में देश में सवा लाख अंतरजातीय विवाह संपन्न कराए गए हैं। 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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