माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की सुरक्षा में बड़ी चूक, इंस्पेक्टर अशोक कुमार सस्पेंड, जानें पूरा मामला
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 06:48 PM (IST)
लखनऊ : माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल शिफ्ट करने के दौरान मीडिया से बातचीत करना एक इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया है। अली की बयानबाजी को गंभीर सुरक्षा चूक मानते हुए पुलिस विभाग ने ट्रांसफर के समय सुरक्षा टीम का नेतृत्व कर रहे पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजय पाल शर्मा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। अली के मीडिया के सामने बयानबाजी और झांसी जेल पहुंचने के बाद वायरल वीडियो ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
1 अक्टूबर को कड़ी सुरक्षा के बीच अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जिला जेल शिफ्ट करने के दौरान अली ने मीडिया से बात की और अपील की, जो सुरक्षा प्रोटोकॉल का स्पष्ट उल्लंघन था। लगभग 420 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली इस यात्रा में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था थी, जिसमें क्विक रिएक्शन टीम (QRT) और PAC की एक सेक्शन शामिल थी।
अली ने क्या बयानबाजी की थी ?
अली ने कहा था कि मेरा अल्लाह जानता है कि यहां सुरक्षित रहेंगे कि नहीं। मुख्यमंत्री जी से यही कहना है कि जो होना था वो हो गया। हमें बचा लीजिए, मुझे बेवजह सताया ना जाए। उन्होंने खुद को झूठे मुकदमों में फंसाया हुआ बताया। इस बयानबाजी को सुरक्षा में बड़ी चूक माना गया। ऐसा इसलिए क्योंकि आरोपी को मीडिया एक्सपोजर नहीं देना होता है।
डीआईजी स्तर पर चल रही है जांच
एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजय पाल शर्मा ने कहा कि यह कार्रवाई न केवल अनुशासन बनाए रखने के लिए है, बल्कि हाई-प्रोफाइल कैदियों की ट्रांसफर प्रक्रिया को और मजबूत करने का संदेश भी देती है। सुरक्षा चूक को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीआईजी स्तर पर चल रही जांच में जेल स्टाफ और पुलिस टीम की भूमिका की पड़ताल होगी।

