जौनपुर: डकैती मामले में आरोपी मंगेश यादव के घर पहुंचा सपा डेलिगेशन, सुल्तानपुर एनकाउंटर पर सवाल ?

punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2024 - 01:55 PM (IST)

जौनपुर ( जावेद अहमद ): यूपी के सुल्तानपुर जिले में दिनदहाड़े असलहे के दम पर 1.35 करोड़ की डकैती के मामले में पुलिस हफ्ते भर में तीन बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। जिसमें  मंगेश यादव को एसटीएफ टीम ने एनकाउंटर में मार गिराया। सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए आज सपा का  प्रतिनिधि मंडल मंगेश के घर जौनपुर पहुंची है। 

जहां आरोपी मंगेश यादव का शव रखा हुआ था परिजन रोते-बिलखते हुए मंगेश के बारे में बता रहे थे। इस दौरान सपा प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने परिवार को सहानुभूति दी और मीडिया से बातचीत की। योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन केवल यादव, मुस्लिम और ओबीसी के लोगों को जानबूझकर टारगेट कर रही है। सपा ने सवाल किया कि क्या अति पिछड़ा, यादव और मुस्लिम दूसरे देशों से आए जो इनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। सपा के सदस्यों ने यह भी कहा कि इस परिवार की मदद करने के लिए अध्यक्ष अखिलेश यादव को सारी जानकारी दे दी गई अब वह जैसे निर्णय लेंगे आगे की कार्रवाई वैसे ही की जाएगी। 
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मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सपा का कहना है कि जो वास्तव में एनकाउंटर के लायक हैं वो तो सड़कों पर घूम रहे हैं। जौनपुर एसएसपी का उनका लिस्ट जारी करना चाहिए जिन पर 3 या 4 से ज्यादा मुकदमा दर्ज है और जिन पर इतने मुकदमें हैं वह क्यों बाहर घूम रहे हैं। मंगेश यादव को लेकर कहा कि यह 19 साल का लड़का कितना बड़ा अपराधी था, जिसे पुलिसवाले ले जाकर यादव, सपा के नाम पर हत्या कर दी है। 

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जानिए क्या था मामला? 
यूपी के सुल्तानपुर जिले में दिनदहाड़े असलहे के दम पर 1.35 करोड़ की डकैती के मामले में पुलिस हफ्ते भर में तीन बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस की कार्रवाई को लेकर प्रदेश में सियासी जंग छिड़ गया है। 

मंगेश यादव को लेकर अखिलेश भी उठा चुके हैं सवाल
दरअसल, इस घटना के बाद फरार चल रहे मुख्य आरोपी और एक लाख के इनामी बदमाश मंगेश यादव को एसटीएफ टीम ने एनकाउंटर में मार गिराया है। उधर जैसे ही इस पुलिस एनकाउंटर की सूचना आई, मामले में राजनीति शुरू हाे गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गंभीर आरोप लगाते हुए एनकाउंटर को ही फर्जी बता दिया है। उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया है कि डकैतों में शामिल सत्ता पक्ष के करीबी लोगों को सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और जात देखकर जान ली गई। 

 

अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है, "लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी। जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे। नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुंच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है। घोर निंदनीय!"

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मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान मंगेश यादव गोली लगने से घायल हो गया। जिसके बाद घायल बदमाश को सीएचसी भधइयां में इलाज के लिए भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं मुठभेड़ के दौरान पुलिस को मौके से 32 बोर की एक पिस्टल, कारतूस, 315 बोर का एक तमंचा, एक बाइक और लूटे गए जेवर बरामद हुए हैं। बताया जा रहा है कि मारे गया बदमाश मंगेश यादव जौनपुर का रहने वाला था और उस पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज थे। बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर में भरत ज्वैलर्स के यहां दिन दहाड़े डकैती डाली गई थी। मंगेश यादव इस वारदात में भी शामिल था।


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Imran

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