सस्पेंडे इंस्पेक्टर ने रिश्वत की रकम से बनाई करोड़ों की संपत्ति! जांच की रिपोर्ट एसएसपी ने शासन को रिपोर्ट भेजी
punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 05:54 PM (IST)
बरेली, (जावेद खान): फरीदपुर के सस्पेंड इंस्पेक्टर रामसेवक की संपत्ति की जांच को एसएसपी ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। रिश्वत की रकम से उसने लखनऊ और अपने गांव में करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। इंस्पेक्टर के सहयोगी दरोगा और सिपाहियों का नाम भी भ्रष्टाचार के मुकदमे में खोला जा रहा है!
इंस्पेक्टर के कमरे से बरामद हुए थे 10 लाख रुपये
फरीदपुर में तैनाती के दौरान इंस्पेक्टर रामसेवक ने 21 अगस्त की रात ग्राम नवदिया अशोक निवासी आलम, नियाज अहमद और अशनूर को गिरफ्तार कर थाने बुलाया। रात में ही सात लाख रुपये लेकर आलम व नियाज को छोड़ दिया और अशनूर को हवालात में बंद कर दिया। मामला खुलने पर 22 अगस्त को एसपी साउथ मानुष पारीक व सीओ गौरव सिंह ने थाने में छापा मार दिया, जिस पर इंस्पेक्टर दीवार फांदकर फरार हो गया। तलाशी में उसके कमरे से करीब दस लाख रुपये मिले। इस मामले में उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर सस्पेंड कर दिया गया।
इन पुलिस वालों के नाम मुकदमे में खोलने की तैयारी
पांच अन्य पुलिसकर्मी रिजवान, नीरज, एहसान, सौरभ कुमार व कृष्णा कुमार को सस्पेंड और दरोगा जावेद अली व सिपाही अतुल वर्मा को लाइन हाजिर किया गया। इंस्पेक्टर की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं। रामसेवक की बर्खास्तगी की भी चल रही है तैयारी।
रामसेवक की हरदोई से लेकर लखनऊ तक प्रॉपर्टी की हो रही जांच
रामसेवक की संपत्ति की जांच के लिए उसके मूलपता हरदोई के सुरसा थाना स्थित पीपरपाली में उसकी संपतियों की जांच शुरू कराने की प्रक्रिया भी चल रही है। इस संबंध में शासन को भी पत्र लिखा गया है। उसके घरवालों, रिश्तेदारों और करीबियों के नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं। गांव में उसका मकान व कृषि भूमि के अलावा लखनऊ के वीआईपी इलाके में दो कोठिया बताई गई हैं।
हत्या के मामले में चार लाख लिए, बना दिया गैर इरादतन हत्या
भ्रष्टाचार के मुकदमे में फंसने के बाद इंस्पेक्टर रामसेवक पर तमाम आरोप लग रहे हैं। फरीदपुर के मोहल्ला मिर्धान के एकतानगर कॉलोनी के शहाबुद्दीन का आरोप है कि एक अगस्त को पड़ोसियो ने उनकी वृद्ध मां की ईंट मारकर हत्या कर दी। मां को बचाने पहुंचे शहाबुद्दीन और उनके भाई को पीटा. जिससे दोनों भाइयों के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। उन्होंने पड़ोस के आरिफ और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस आरिफ को गिरफ्तार नहीं कर सकी। पीड़ित शहाबुद्दीन ने आरोप लगाया की इंस्पेक्टर ने आरोपियों से चार लाख रुपये की रिश्वत लेकर गिरफ्तारी नहीं की और मुकदमे को भी गैर इरादतन हत्या में दर्ज किया।