वाराणसी में 17 नवंबर से होगा ‘तमिलनाडु समागम' का आयोजन, PM की महत्वाकांक्षी योजना, एक भारत-श्रेष्ठ भारत परिकल्पना को मिलेगी गति
punjabkesari.in Wednesday, Oct 19, 2022 - 07:53 PM (IST)

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु प्रदेश के बीच सांस्कृतिक, धार्मिक, औद्योगिक, खानपान, शिक्षा, मेडिकल, कृषि सहित अन्य सभी क्षेत्रों की संस्कृति व सभ्यता का आदान-प्रदान करने के लिये उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 17 नवंबर से ‘तमिलनाडु समागम' का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम की रुपरेखा तैयारी
इस एक माह तक चलने वाले तमिलनाडु समागम के लिए केन्द्र सरकार का शिक्षा विभाग नोडल एजेंसी की भूमिका का निर्वाह करेगा। इसकी रुपरेखा तैयार करने के लिए बुधवार को टीएफसी में केन्द्र सरकार के अतिरिक्त शिक्षा सचिव विनीत जोशी, संयुक्त शिक्षा सचिव नीता प्रसाद, वाराणसी के मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा और बीएचयू के कुलपति सुधीर जैन सहित विद्वानों तथा काशी में तमिलनाडु समाज के निवासियों के साथ ही जिला प्रशासन संस्कृति, शिक्षा, पर्यटन व अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर कार्यक्रम की रुपरेखा तैयारी की। इसमें केन्द्र सरकार की ओर से बीएचयू को नोडल डिपाटर्मेंट घोषित किया गया है।
ऐतिहासिक धरोहरों से सम्बन्धित लोगों का ग्रुप काशी आयेगा
बैठक में तय किया गया कि 17 नवंबर से आईआरसीटीसी द्वारा तमिलनाडु से दो सौ से ढाई सौ के समूह में दो-दो दिन के अन्तराल पर वहां के हर वर्ग के लोगों को लाया जायेगा। जिसे 12 श्रेणियों में बांटते हुए धार्मिक परम्परा व मान्यताओं, सांस्कृतिक जिसमें संगीत कला परंपरा व संस्कृति, शिक्षा के तहत छात्रों एवं शिक्षकों, लेक्चरर का ग्रुप, आध्यात्मिक समूहों, ओडीओपी के तहत विभिन्न उत्पादों हैण्डलूम तथा हैण्डीक्राफ्ट के कारीगर, कृषि के तहत किसानों का ग्रुप, उद्योग एवं व्यापार के तहत व्यापारियों का ग्रुप, हेरिटेज ग्रुप के तहत टेम्पल, ऐतिहासिक धरोहरों से सम्बन्धित लोगों का ग्रुप काशी आयेगा।
शिक्षा से सम्बन्धित कार्यक्रम BHU में आयोजित
स्थानीय स्तर पर भी इन समूहों का एक दूसरे से विचार मंथन होगा। शिक्षा से सम्बन्धित कार्यक्रम बीएचयू में आयोजित होंगे। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम मुरारका अस्सी में, चिकित्सकों के कार्यक्रम आईएमए में, बुनकरों के कार्यक्रम टीएफसी में होंगे। साथ ही अन्य कार्यक्रमों के लिये स्थान चिन्हित किये जा रहे हैं। इस दौरान तमिलनाडु और काशी के सम्बंध को और मजबूत करने के लिए दोनों स्थानों के खानपान, लोक कला व संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन भी एक साथ मुरारका अस्सी में होगा। ग्रुप के लोगों को पहले दिन काशी दर्शन कराया जायेगा।