अगली सरकार हमारी,सामाजिक न्याय के रास्ते पर चलेंगे: अखिलेश यादव
punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 08:39 AM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देश में मौजूदा समय में सामाजिक न्याय के राज की स्थापना और आर्थिक गैरबराबरी दूर करना बड़ी चुनौतियां है और 2027 में उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार के आने पर इन चुनौतियों का समाधान कर लिया जायेगा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में अगली सरकार समाजवादियों की होगी जो सामाजिक न्याय के रास्ते पर आगे बढ़ेगी। बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने देश को जो संविधान दिया है उसकी प्रस्तावना में ही लिखा है कि हमें धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक देश बनाना है। बाबा साहब के बनाये संविधान की प्रस्तावना में ही समाजवाद है।
'भाजपा सरकार एक्सप्रेस-वे का झूठा प्रचार कर रही है'
अखिलेश यादव ने कहा, नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने हम लोगों को विरासत में समाजवादी विचारधारा और समाजवादी आंदोलन दिया है। नेताजी समाजवादी आंदोलन को यहां तक लेकर आये अब युवाओं की जिम्मेदारी है कि कई सौ वर्षों तक इसे आगे लेकर चलें। उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 तक समाजवादी सरकार की कई बड़ी उपलब्धियां है। प्रदेश का आधारभूत ढांचा तैयार कर विकास के रास्ते पर ले जाने का कार्य किया। आज तो भाजपा सरकार एक्सप्रेस-वे का झूठा प्रचार कर रही है। मुख्यमंत्री नहीं समझते कि एक्सप्रेस-वे क्या होता है। वह तो फोरलेन सड़क और किसी भी सड़क को एक्सप्रेस-वे कहने लगते है। समाजवादी सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे तब बनाया था जब इंडियन रोड़ कांग्रेस के मानक भी तय नहीं हुए थे।
अखिलेश यादव ने लगाए बीजेपी पर आरोप
सपा प्रमुख ने कहा, समाजवादी पार्टी की सरकार ने 323 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे रिकार्ड 23 माह में बना दिया था। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे 6 लेन का है। इसे आठ लेन किया जा सकता है। यह पहला एक्सप्रेस-वे है जिस पर सेना के लड़ाकू विमान उतारने के लिए हवाई पट्टी बनायी गयी थी। यादव ने कहा ‘‘ मैंने कई बार कहा कि अमेरिका ने सड़कें बनायी और सड़कों ने अमेरिका को बनाया। अगर स्पीड डबल होगी तो अर्थव्यवस्था तीन गुनी हो जायेगी। भाजपा सरकार जो एक्सप्रेस-वे बना रही है उस पर चलने से पेट दर्द होने लगेगा। प्रधानमंत्री ने एक बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। उसका मेंटेनेंस आज भी चल रहा है। भाजपा सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एक इंच भी आगे नहीं बढ़ाया। अगर उसे गाजीपुर से आगे बलिया से जोड़ दिया गया होता तो वह बिहार से जुड़ जाता और उत्तर प्रदेश को दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे मिल गया होता।''