सीबीसीआईडी की क्लीनचिट को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराया, 11 साल से फरार पत्नी निकली पति की कातिल!
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 05:04 PM (IST)
बागपत: बड़ौत के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर सतवीर सिंह हत्याकांड में 11 साल बाद पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। 25 हजार रुपये की इनामी आरोपित पत्नी अंजू को पुलिस ने गाजियाबाद के कविनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले इस मामले में एलम नगर पंचायत अध्यक्ष रीना के पति अश्वनी पंवार और दो शूटरों को जेल भेजा जा चुका है।
25 दिसंबर 2014 को हुई थी सनसनीखेज हत्या
पट्टी चौधरान निवासी प्रॉपर्टी डीलर सतवीर सिंह की 25 दिसंबर 2014 को घर में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। सतवीर के बहनोई संजीव कुमार ने बड़ौत कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था। बाद में स्वजन ने हत्या के पीछे सतवीर की पत्नी अंजू और उसके करीबी दोस्तों पर शक जताया था।
करोड़ों की संपत्ति के लालच में रची गई साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अंजू ने करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लिए अपने पति की हत्या की सुपारी दी थी। मामले में अश्वनी पंवार (निवासी एलम, शामली) और दो शूटरों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जबकि अंजू फरार हो गई थी। एसपी बागपत सूरज कुमार राय ने बताया कि अंजू पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था, और उसे शुक्रवार शाम स्वाट टीम व बड़ौत कोतवाली पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया।
सीबीसीआईडी ने दी थी क्लीनचिट, सुप्रीम कोर्ट ने पलटा फैसला
अश्वनी पक्ष की अपील पर मामले की पुनर्विवेचना सीबीसीआईडी को सौंपी गई थी। सीबीसीआईडी ने जांच के बाद अश्वनी और अंजू दोनों को क्लीनचिट दे दी थी। लेकिन मृतक सतवीर की मां बोहती देवी ने इस कार्रवाई को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट ने 28 अप्रैल 2023 को सीबीसीआईडी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसके बाद अश्वनी ने 15 अक्टूबर 2022 को बागपत कोर्ट में सरेंडर किया था।
अब अंजू की गिरफ्तारी से मामले में फिर हलचल
11 साल पुराने इस मर्डर केस में अंजू की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से मामला सुर्खियों में आ गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि हत्या की साजिश में अंजू के अलावा और कौन-कौन शामिल था।

