''जिन पर आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए''- अखिलेश यादव

punjabkesari.in Saturday, Aug 03, 2024 - 02:55 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने का अयोध्या गैंगरेप मामले में पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।

मेडिकल जांच में पीड़िता के गर्भवती निकली 
आप को बता दें कि अयोध्या पुलिस ने 30 जुलाई को जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा नगर में बेकरी संचालित करने वाले मुईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि मुईद और राजू खान ने दो महीने पहले नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया। यह घटना तब प्रकाश में आई जब हाल ही में मेडिकल जांच में पीड़िता के गर्भवती होने का पता चला। यह दावा किया जाने के बाद कि मुईद खान सपा का सदस्य है, मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है।

 अयोध्या सांसद की टीम का सदस्य है आरोपी 
बृहस्पतिवार को विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का जिक्र किया और सपा पर निशाना साधा। योगी ने कहा, ‘‘यह अयोध्या का मामला है। मुईद खान सपा से है और अयोध्या सांसद की टीम का सदस्य है। वह 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने के मामले में संलिप्त पाया गया है। सपा ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।'' मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पीड़ित बच्ची की मां से मिलने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्ची के स्वास्थ्य और उसकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन किए जाएं। योगी ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल को अयोध्या जिला महिला चिकित्सालय में दुष्कर्म पीड़िता से मुलाकात करने का निर्देश भी दिया।

सीएम के आदेश के बाद आरोपी पर कार्रवाई हुई तेज
बयान में कहा गया कि अयोध्या पहुंचीं आयोग की सदस्य ने पीड़िता का हाल-चाल जाना तथा उसके परिजनों से विशेष मुलाकात करते हुए उनको न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 12 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी की यह घटना निंदनीय है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लखनऊ में दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की मां से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कुछ ही घंटों के अंदर कार्रवाई शुरू हो गई है।

 लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी पूराकलंदर रतन शर्मा निलंबित
बयान के मुताबिक, सबसे पहले इस मामले में थाना प्रभारी पूराकलंदर रतन शर्मा व भदरसा चौकी प्रभारी अखिलेश गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पीड़िता की मां को योगी की ओर से मिले भरोसे के बाद शुक्रवार शाम एसडीएम सोहावल राजस्व कर्मियों के साथ आरोपी सपा नेता मुईद खान के घर पहुंचे। बयान के मुताबिक, आरोपी सपा नेता की जमीनों की पैमाइश शुरू हो गई है। पीड़िता की मां ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि आरोपी सपा नेता की संपत्तियों की जांच कराई जाएगी और अवैध संपत्तियों के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई की जाएगी। 


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Content Writer

Ramkesh

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