आखिर सच क्या है? महाकुंभ में 1 नहीं 3 जगहों पर मची थी भगदड़! मौतों का आंकड़ा 60 के पार?
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 04:53 PM (IST)
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद मौतों के आंकड़ों को लेकर अभी लोगों में असमंजस बना हुआ है। हालांकि सरकारी आंकड़े में एक जगह भगदड़ मची थी और 30 लोगों की मौत हुई थी लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट और स्थानीय लोगों का मानना है कि भगदड़ 3 जगह मची थी और कुल मौतों की संख्या 100 के बराबर है।
संगम नोज इलाके में भगदड़ (30 मौतें, प्रशासन का दावा)
महाकुंभ में भगदड़ की पहली जानकारी संगम नोज इलाके से आती है। 28-29 जनवरी की रात 1:30 बजे भगदड़ मची थी और 17 घंटे बाद प्रशासन ने आकंड़ा जारी करते हुए बताया कि इस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई है। 60 लोग घायल हुए हैं लेकिन मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यहां पर 49 लोगों की मौत हुई है।
झूंसी ऐरावत द्वार पर भगदड़ (24 मौतें, स्थानीय दावा)
फिर 29 जनवरी को दावा किया जाता है कि सुबह 6 बजे ऐरावत द्वार के पास भगदड़ हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार: यहां 24 श्रद्धालुओं की मौत हुई।
ओल्ड जीटी रोड पर भगदड़ (5 मौतें, चश्मदीदों का दावा)
वहीं, 29 जनवरी को भी कहा जा रहा है कि सुबह 8-9 बजे के वक्त भीड़ महामंडलेश्वर की गाड़ी को रास्ता दे रही थी। तभी अचानक कुछ महिलाएं गाड़ी के नीचे आ गईं, जिससे अफरा-तफरी मच गई। सीओ रुद्र प्रताप के अनुसार: 5 घायलों की मौत अस्पताल में हुई।
17 घंटे बाद प्रशासन ने कहा कि 28-29 जनवरी की रात संगम नोज पर भारी भीड़ जमा हुई थी। भीड़ बैरिकेड्स तोड़कर घुस गई, जिससे भगदड़ मच गई। 90 घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से 30 की मौत हुई।
एंबुलेंस ड्राइवरों का दावा: 100 से ज्यादा शव लाए गए!
सेक्टर-20 अस्पताल में रिपोर्टर्स ने एंबुलेंस ड्राइवरों से बात की तो उन लोगों ने दावा किया कि यहां पर 100 से ज्यादा शवों को लाया गया है। ड्राइवरों का कहना है कि हमने 100 से ज्यादा शव विभिन्न अस्पतालों और राज्यों तक पहुंचाए। 29 जनवरी की सुबह अस्पताल शवों से भरा था। हमने यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक तक शव पहुंचाए।