ये जीत 2024 के लिए नई ऊर्जा का काम करेगा: अखिलेश यादव
punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2022 - 06:29 PM (IST)

मैनपुरी: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के रघुराज सिंह शाक्य को दो लाख 88 हजार 461 मतों से हराकर यह सीट सपा के पास बरकरार रखी। वहीं इस जीत के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उन्होंने कहा कि यह जीत मैनपुरी की जनता की जीत है। उन्होंने कहा कि यह अन्याय के खिलाफ जनता का जनादेश है। उन्होंने कहा कि ये जीत 2024 के लिए नई ऊर्जा का काम करेगा।
मैनपुरी की जनता ने इतिहास रचा: डिंपल यादव
वहीं जीत के बाद सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने मैनपुरी जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत मैनपुरी जनता की जीत है। मैनपुरी की जनता ने नेताजी के आदर्शों और मैनपुरी के विकास को महत्व दिया है। नफरत की राजनीति करने को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मैनपुरी की जनता ने ये जीत नेताजी को समर्पित किया है।
सपा प्रत्याशी की हार पर निराश हूं: जयंत चौधरी
खतौली विधान सभा सीट से आरएलडी प्रत्याशी मदन भैया की जीत पर जयंत चौधरी ने बधाई दी है। वहीं रामपुर में सपा प्रत्याशी की हार पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि रामपुर में पुलिस के बल पर सरकार ने समाजवादी पार्टी के वोटरों को वोट डालने से रोका गया सपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।
दो लाख 88 हजार 461 मतों से डिंपल याद ने जीत की दर्ज
बता दें कि मैनपुरी लोक सभा सीट से डिंपल ने दो लाख 88 हजार 461 मतों से जीत हासिल की। डिंपल ने छह लाख 18 हजार 120 मत हासिल किये जबकि शाक्य को तीन लाख 29 हजार 659 वोट मिले। मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई थी। इस सीट के उपचुनाव के तहत गत पांच दिसंबर को मतदान हुआ था। सपा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और मुलायम की बहू डिंपल को प्रत्याशी बनाया था। मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा की यह चौथी सबसे बड़ी जीत है। इस सीट से सबसे ज्यादा मतों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के नाम है।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के शत्रुघ्न सिंह चौहान को तीन लाख 64 हजार 666 मतों से पराजित किया था। इससे पहले वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भी मुलायम सिंह यादव तीन लाख से ज्यादा मतों से जीतने में कामयाब रहे थे। उस चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अशोक शाक्य को 37 हजार 870 मतों से पराजित किया था। मुलायम सिंह यादव वर्ष 2014 में मैनपुरी और आजमगढ़, दोनों ही सीटों से लोकसभा चुनाव जीते थे। बाद में उन्होंने मैनपुरी सीट छोड़ दी थी, जिस पर हुए उपचुनाव में उनके पौत्र तेज प्रताप सिंह यादव भी तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य को तीन लाख 21 हजार 249 वोटों से हराया था। उस वक्त प्रदेश में सपा की सरकार थी।