फर्जी दस्तावेज लगा लिया पौने 3 करोड़ का लोन, 83 लोगो के खिलाफ FIR दर्ज
punjabkesari.in Sunday, Oct 23, 2022 - 12:27 PM (IST)

Kaushambi: जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोन लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां के बैंकऑफ बड़ौदा से 83 लोगों ने नकली दसतावेजों के अधार पर मिनी डेयरी के लिए लगभग दो करोड़ 78 लाख 58 हजार रुपए से अधिक लोन लिया था। लोन लेने के बाद इन लोगों ने एक भी की अदायगी नहीं की थी। जिसके लिए उन्हें कई बार नोटिस भी भेजे गए, इसके बावजूद भी इन लोगों ने नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक ने कोर्ट जरिए सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। वहीं,एफआईआर दर्ज होते ही लोन लेने वालों में हड़कंप मच गया। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।
बता दें कि मामला बैंक ऑफ बड़ौदा की मंझनपुर शाखा का है। जहां मंझनपुर की बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से 26 सितंबर वर्ष 2019 से लेकर 26 दिसंबर वर्ष 2019 तक दिनेश डेयरी एंड आइस प्लांट के प्रोपराइटर राजेश साहू निवासी समदा सहित 83 लोगों ने मिनी डेयरी के लिए लोन लिया था। लोन की रकम दो करोड़ 78 लाख 58 हजार रुपए थी। लोन एक लाख से साढ़े छह लाख रुपए तक स्वीकृत किया गया था। दरअसल लोन लेने के नाम पर बड़ा खेल किया गया। जिसके चलते लोन लेने वालों ने विभागीय जिम्मेदारों से सांठगांठ कर जानवरों का फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लगवा दिया था। इतना ही नहीं जानवरों की खरीदारी का रवन्ना और इंश्योरेंस के फर्जी दस्तावेज लगवा दिया था। सभी दस्तावेजों के प्राप्त होने के बाद बैंक अफसरों ने फार्म के खाते में रकम ट्रांसफर कर दी। खाते में रकम पहुंचने के बाद जब बैंक के अफसरों ने स्थलीय निरीक्षण किया तो वहां कुछ भी नहीं प्राप्त हुआ।
दरअसल हरानिजनक बात तो यह है कि जब मौके पर बैंक अधिकारी गए तो ना ही उन्हें कोई डेयरी मिली और ना जानवर मिले। घपलेबाजों ने रकम का दुरुपयोग कर लिया। कहा जाए तो रकम लेने के बाद ना ही डेयरी खोली थी और ना ही जानवरों की खरीदारी की थी। बैंक के अफसरों की मानें तो जांच के दौरान यह भी पता चला कि मेसर्स दिनेश डेयरी एंड आइस प्लांट के प्रोपराइटर राजेश साहू ने गलत प्रचार प्रसार कर लोगों को फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोन लेने की सलाह दी थी। राजेश के कहने पर ही 82 लोगों ने लोन लिया था बैंक अधिकारियों की मानें तो कुछ लोगों ने अपनी मार्जिन मनी भी जमा की थी।
जांच करने के बाद वर्ष 2021 में सभी खातों को डिफाल्ट घोषित किया गया था। बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने मंझनपुर कोतवाली में धोखेबाजो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर भी दी थी। लेकिन उनकी तहरीर को नजर अंदाज कर दिया गया था, जिसके बाद सहायक महाप्रबंधक ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत के आदेश पर राजेश साहू सहित 83 धोखेबाजों के खिलाफ मंझनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
वहीं, इस मामले में जानकारी देते हुए समर बहादुर ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर द्वारा मंझनपुर थाना में पंजीकृत कराया गया है। उनका आरोप है कि 80 से अधिक लोग हैं जिन्होंने उनसे लोन लिया है और अब तक वह पेमेंट नहीं कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग इस मामले में साक्ष्य पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।